सीनियर जर्नलिस्ट गौरी लंकेश की मंगलवार(5 सितंबर) को बेंगलुरु में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस उपायुक्त एमएन अनुचेत ने कहा कि जांच अभी चल रही है और अभी किसी संगठन का नाम लेना जल्दबाजी होगी। इस हत्या के बाद फिल्म जगत और राजनीतिक गलियारों में गुस्सा भड़क पड़ा। सभी बड़े नामों ने इस हत्या की भत्र्सना की और कड़े शब्दों में कई ट्वीट कर अपने गुस्से का इजहार किया।
राइटर जावेद अख्तर ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि दाभोलकर, पनसरे, कलबुर्गी और गौरी लंकेश. अगर एक ही तरह के लोगों की हत्या हो रही है तो उनके हत्यारे कौन हैं।
Dhabolkar , Pansare, Kalburgi , and now Gauri Lankesh . If one kind of people are getting killed which kind of people are the killers .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) September 5, 2017
पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दुख जताया। सिद्धारमैया ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने इस संबंध में DGP से बात की है। सिद्धारमैया ने घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं।
I have spoken with the DGP, and instructed him to ensure prompt and thorough investigation to bring the perpetrators to justice.
— CM of Karnataka (@CMofKarnataka) September 5, 2017
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी गौरी लंकेश की हत्या पर शोक व्यक्त करते हुए अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि उनकी हत्या की खबर स्तब्ध कर देने वाली है।
इस जघन्य हत्याकांड पर राहुल गांधी ने मार्मिक ट्वीट करते हुए कहा कि सच्चाई कभी भी चुप नहीं होगी गौरी लंकेश हमारे दिलों में रहेगी। मेरी संवेदना और उनके परिवार के साथ है और अपराधियों को दंडित किया जाना चाहिए।
The truth will never be silenced. Gauri Lankesh lives on in our hearts. My condolences &love to her family. The culprits have to be punished
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 5, 2017
डायरेक्टर शिरिश कुंदर ने कहा कि बौद्धिक होना गाली जैसा हो गया है।
When "intellectual" becomes an abuse, words are replied with bullets.
RIP #GauriLankesh.
— Shirish Kunder (@ShirishKunder) September 5, 2017
गौरी लंकेश, वैचारिक मतभेदों को लेकर वह कुछ लोगों के निशाने पर थीं। वह कन्नड़ भाषा में एक साप्ताहिक पत्रिका निकालती थीं और उन्हें निर्भीक और बेबाक पत्रकार माना जाता था। वह कर्नाटक की सिविल सोसायटी की चर्चित चेहरा थीं।
प्रोडूसर अतुल कासबेकर ने लिखा कि गौरी लंकेश के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ने और सजा देने की बात कही है।
Dissent and opposing views are the bedrock of a functioning democracy.
Hope the murderers of #GauriLankesh are brought to book, and fast— atul kasbekar (@atulkasbekar) September 5, 2017
गौरी लंकेश वामपंथी विचारधारा से प्रभावित थीं और हिंदुत्ववादी राजनीति की मुखर आलोचक थीं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या व्यवस्था विरोधी पत्रकारिता के चलते गौरी लंकेश की हत्या हुई?
Now looking forward to some of the cleverest justifications to this murder. #GauriLankesh
— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) September 5, 2017
अनुभव सिन्हा ने कहा कि इस मामले में सही फैसले का इंतजार।
गौरी लंकेश हत्या से कुछ घंटे पहले तक ट्विटर पर एक्टिव थीं। उनका आखिरी ट्वीट अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पुलिस के मुताबिक, तीन संदिग्ध गौरी के घर में घुसे और उन पर नजदीक से गोलियां चलाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वह सांध्य मैगजीन लंकेश पत्रिके की संपादक थीं। गौरी मशहूर कवि और पत्रकार पी लंकेश की बेटी थीं। गौरी ने सांप्रदायिक हिंसा को लेकर तमाम कट्टरपंथी संगठनों को निशाने पर रखा था। गौरतलब है कि धारवाड़ में कन्नड़ लेखक एमएम कलबुर्गी को गोली मार दी गई थी।