बिहार के मुजफ्फरपुर में मेला देखकर घर लौट रही एक नाबलिग के साथ चार युवकों द्वारा गैंगरेप का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं बदमाशों ने पीड़िता का मोबाइल से अश्लील वीडियो बनाकर पीड़िता को मुंह नहीं खोलने की धमकी भी दी और देर शाम तक वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल दिया।
पुलिस के मुताबिक यह घटना गत शनिवार की रात की है। 14 वर्षीय किशोरी दशहरा मेले से अपने रिश्तेदार के घर लौट रही थी। तभी चार युवकों ने उसे जबरन रोक लिया और सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया और घटना का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार ने सोमवार(2 अक्टूबर) को बताया कि इस मामले में कटरा थाना में रविवार की रात प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पुलिस ने कहा कि इस मामले में उन चार आरोपियों के अलावा तीन अन्य लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज कराया गया है। इन तीनों पर मामले की लीपापोती करने का आरोप है।
एसएसपी ने बताया कि कुछ लोगों को लापता आरोपियों के छुपने के ठिकानों के बारे पता लगाने के लिए हिरासत में लिया गया है। एसएसपी ने इस मामले में पुलिस पर तुरंत कार्रवाई नहीं करने के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि वारदात के बाद पीड़ित के परिजन मामले को गांव की पंचायत के समक्ष ले गए थे, लेकिन पुलिस द्वारा समझाने पर उन्होंने बीती रात प्राथमिकी दर्ज कराई।
पुलिस के मुताबिक, यह वारदात गत शनिवार (30 सितंबर) की रात्रि में एक 14 वर्षीय किशोरी के साथ दशहरा मेले से अपने रिश्तेदार के घर लौटने के क्रम में कटरा थाना के नवादा गांव में घटी। आरोपियों ने उक्त किशोरी को जबरन एकांत स्थान में ले जाकर उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म किया और उसका वीडियो लेकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
पटना में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन समाज कल्याण मंत्री मंजु वर्मा ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को इस वारदात से अवगत कराया है और सरकार द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
वहीं, बिहार के पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर ने कहा कि इस मामले के आरोपियों की अतिशीघ्र गिरफ्तारी कर मामले का स्पीडी ट्रायल कर दोषियों को सजा दिलवाई जाएगी। बिहार की एनडीए सरकार पर हमला बोलते प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि राज्य के कई भागों से इस तरह की वारदात की रिपोर्ट है, लेकिन सरकार ‘कान में तेल डालकर’ सो रही है।