कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रसार की रोकथाम के लिए मोदी सरकार द्वारा जारी किए गए ‘आरोग्य सेतु ऐप’ को लेकर केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) की फटकार के बाद केंद्र सरकार ने इसपर एक विस्तृत स्पष्टीकरण जारी किया है। सरकार ने बताया कि राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र (एनआईसी) ने उद्योग और शैक्षणिक क्षेत्र के वॉलनटिअर्स के सहयोग से आरोग्य सेतु ऐप तैयार की है। बता दें कि, इससे पहले ऐप के डिवलेपमेंट को लेकर जानकारी न होने पर सीआईसी ने तमाम सरकारी विभागों के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

लेकिन, इन सबके बीच सोशल मीडिया यूजर्स माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर आरोग्य सेतु ऐप को लेकर खूब मीम्स और जोक्स बना रहे हैं, जो खूब वायरल हो रहे हैं।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट
Creator Of Arogya Setu App #ArogyaSethuApp pic.twitter.com/PVXFW7V4Kp
— PhunnyRabia (@PhunnyRabia) October 29, 2020
April-May:-
*???Developer-Aam aadmi ke peeche??♂️*October:-
*??♂️Aam-Aadmi Developer ke peeche???*“?TOO MUCH FUN??*#ArogyaSethuApp
— Rehan(@NinjaKatori) (@rs_vines) October 29, 2020
?#ArogyaSethuApp To Others Application pic.twitter.com/FKeW5Oql2K
— Yours ?? ? ? (@imramdyal) October 29, 2020
People are confused who made the #ArogyaSethuApp
Deep down we all know it was Chintu : pic.twitter.com/ljELxS4Zsf— Ishita ❤️ (@ishistarx) October 29, 2020
मुझे लगता है की aarogya setu app, Chintu ने बनाया है whitehat jr. से सीख के ?? #AarogyaSetuApp#ArogyaSethuApp#AarogyaSetu
आपको क्या लगता है।— EiMoN (@EiMoN12421140) October 29, 2020
#ArogyaSethuApp pic.twitter.com/XIEsojVM10
— Jaxx (@too_ignored) October 29, 2020
#ArogyaSethuApp ke piche kon tha?
Mai thi..?
Tum thi..?
Mai thi…………tum thi……….kon tha??
HA KON THA????
??????????— Adrita Dutta (@AdritaDutta07) October 29, 2020
RTI activists: Who is the creator of #ArogyaSethuApp?
Government: It is an act of God. ?
— Darshit Sonker (@iamDSonker) October 29, 2020
लो इसको पता ही नहीं मेरा असली बाप कौन है? ये भी नजायज निकला!??#ArogyaSethuApp
— Raju (@Raju65672868) October 29, 2020
Irony is that Arogya sethu app was built for tracing COVID-19 And Now everyone is tracing who build the App ????#ArogyaSethuApp
— AMit RAina (@AmitRaina2933) October 29, 2020
People are trying to trace who made the #ArogyaSethuApp
Meanwhile #arogyasetuapp developers — pic.twitter.com/AsgD4NRD87— Komaal.says (@iikomaal) October 29, 2020
Developers who made #ArogyaSethuApp rn: pic.twitter.com/kbqR6cO1HI
— Nobody (@jewbale) October 29, 2020
#ArogyaSethuApp
This app was released on 1st April, i.e. April fool's day…
Baki to aap samajhdar hai…?— Ashok kumar (@iamashok07) October 29, 2020
People of india:#ArogyaSethuApp Kon banaya?
Government: pic.twitter.com/RekhuXb054— sakshi (@Twiito2) October 29, 2020
केंद्रीय सूचना आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक मंत्रालय से पूछा कि किसने बनाई आरोग्य सेतु एप और कैसे बनाया ? लेकिन मंत्रालय के पास इसकी कोई सूचना नहीं! कारण बताओ नोटिस जारी!#ArogyaSethuApp #itministry pic.twitter.com/zv2bzg7e3s
— सतीश परमार हिन्दू वीर ? (@satish__parmar) October 29, 2020
सरकार द्वारा जिस आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है उसे किसने बनाया इस बारे में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) को कोई जानकारी नहीं है। केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने सरकार के इस जवाब को “अतर्कसंगत” करार दिया है। आयोग ने एनआईसी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा था कि उस पर “प्रथम दृष्टया सूचना को बाधित करने और अस्पष्ट जवाब देने के लिये” क्यों ना सूचना के अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत जुर्माना लगाया जाए।
सीआईसी ने नैशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) को फटकार लगाते हुए कहा था कि वह यह स्पष्ट करने पर विफल रहने कि आरोग्य सेतु ऐप का विकास किया है, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी (मेइटी) मंत्रालय, एनआईसी तथा राष्ट्रीय ई-अधिशासन प्रभाग (एनईजीडी) के मुख्य लोक सूचना अधिकारियों (सीपीआईओ) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके बाद मेइटी का यह बयान आया है।
मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘यह स्पष्ट तौर पर उल्लेख किया गया है कि आरोग्य सेतु ऐप का विकास एनआईसी ने उद्योग और शैक्षणिक क्षेत्र के स्वयंसेवी लोगों के सहयोग से किया है। इस ऐप का विकास बेहद पारदर्शी तरीके से किया गया है।’ खबरों के अनुसार सीआईसी ने एनआईसी से यह स्पष्ट करने को कहा है कि उसके पास इस बात की जानकारी क्यों नहीं है कि ऐप का विकास किसने किया है, जबकि वेबसाइट पर बताया गया है कि इस मंच का डिजाइन, विकास एनआईसी के माध्यम से हुआ है।
सीआईसी के आदेश के अनुसार मेइटी, एनईजीडी और एनआईसी के सीपीआईओ को 24 नंवबर, 2020 को उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। मेइटी ने कहा कि वह इस आदेश के अनुपालन के लिए उचित कदम उठा रहा है। मेइटी ने कहा आरोग्य सेतु ऐप और देश में कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने में उसकी भूमिका को लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।