बिहार में इस वक्त पूर्ण शराबबंदी लागू है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी के अपने फैसले को लेकर देश भर में पीठ थपथपाते रहते हैं। लेकिन नीतीश सरकार के लाख कोशिशों के बाद भी राज्य में अवैध रूप से शराब की बिक्री जोरों से जारी है। इस बीच बिहार के भोजपुर जिले में आबकारी विभाग ने करीब एक करोड़ रुपये की विदेशी शराब जब्त की है।
Photo: Social mediaपीटीआई के मुताबिक, सहायक आबकारी आयुक्त विकास कुमार सिन्हा ने कहा कि खुफिया खबर मिलने पर आबकारी विभाग की एक टीम ने गुरुवार शाम को बबूरा गांव के पास एक ट्रक की तलाशी ली और विदेशी शराब के 474 कार्टन जब्त किए। उन्होंने कहा कि विदेशी शराब की अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये है। अधिकारी ने कहा कि ट्रक पर हरियाणा का पंजीकरण नंबर था।
सिन्हा ने कहा कि ट्रक चालक और उसका सहयोगी राजस्थान के चुरू जिले के रहने वाले हैं और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आपको बता दें कि बिहार में किसी प्रकार के शराब के सेवन और इसके व्यापार पर पूरी तरह प्रतिबंध है। नीतीश कुमार ने अप्रैल 2016 से बिहार में शराब की बिक्री, इस्तेमाल, भंडारण, निर्माण और कारोबार पर पाबंदी लगा रखी है।
सूबे में एक अप्रैल, 2016 को शराबबंदी के पहले चरण की शुरुआत हुई थी। इसके पांचवें दिन ही यानी 5 अप्रैल को अचानक सूबे में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर दी गई थी। शराबबंदी के सख्त कानून ने राज्य के दसियों हजार से ज्यादा लोगों को जेल में डाल रखा है। लेकिन गत वर्ष 21 अप्रैल को नीतीश सरकार के दावे की पोल उस वक्त खुल गई, जब उनकी सरकार में गठबंधन पार्टी BJP के एक सांसद का बेटा ही शराब पीते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया था।
इसके अलावा इसी साल राज्य के मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर थाना परिसर में थाना प्रभारी आवास से भारी मात्रा में शराब बरामदगी के बाद थाने में पदस्थापित सभी पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण कर दिया गया था। साथ ही थाना प्रभारी और सहायक अवर निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया था। मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने एक प्रेस कॉन्फेंस कर बताया था कि थाना प्रभारी कुमार अमिताभ के आवास से बड़ी मात्रा में शराब बरामद की गई थी।