यूपी: फर्जी तरीके से सरकारी जमीन खरीद-फरोख्त के आरोप में BJP के मंडल अध्यक्ष समेत नौ पर FIR दर्ज

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योगी आदित्यनाथ के शासन में भी उनकी पार्टी के नेता सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं, जिसका ताजा मामला यूपी के माधौगंज से सामने आया है। ग्राम समाज की भूमि की फर्जी तरीके से खरीद फरोख्त किए जाने के मामले में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के मंडल अध्यक्ष व उनकी पत्नी सहित नौ लोगों के खिलाफ लेखपाल ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

कस्बे के व्यापारी नेता नवल महेश्वरी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सरकारी भूमि का फर्जीवाड़ा कर बैनामा कराने और उस पर कब्जा कर लेने की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण की जांच कराने के निर्देश दिए गए थे।

अमर अजाला की ख़बर के मुताबिक, रूदामऊ के लेखपाल रामसच्चे यादव ने बताया कि भाजपा के मंडल अध्यक्ष विनोद कुशवाहा उनकी पत्नी रेखा, गुड्डू सिंह, कौशलेंद्र सिंह, दिनेंद्र सिंह पुत्रगण अयोध्या सिंह, अनिल कुमार यादव, संदीप, गिरेंद्र और हरिपाल सिंह के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है।

रिपोर्ट के मुताबिक दिनेंद्र सिंह ने 30 सितंबर 2011 को रेखा पत्नी विनोद कुमार कुशवाहा को बैनामा कर दी थी। एक अन्य बैनामा गुड्डू सिंह और कौशलेंद्र सिंह ने 14 नवंबर 2011 को विनोद कुशवाहा के नाम कर दिया था। तीसरा बैनामा 14 अक्टूबर 2013 को हरिपाल सिंह और दिनेंद्र सिंह ने रेखा पत्नी विनोद कुशवाहा के नाम किया था।

चौथा बैनामा 8 जून 2012 को कौशल सिंह ने रेखा पत्नी विनोद कुमार कुशवाहा को किया। पांचवां बैनामा 9 जनवरी 2014 को गिरेंद्र व संदीप ने अनिल कुमार यादव को बैनामा कर दिया।

लेखपाल ने बताया कि भूखंड संख्या 1209 के बैनामे में आंशिक भाग दिखाकर सरकारी भूमि का विक्रय कर दिया गया। उक्त पांचों बैनामे सरकारी भूमि के हुए हैं, जिन लोगों ने भूमि बेची है उनके नाम जमीन ही नहीं है।

गौरतलब है कि, इससे पहले यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशाम्बी में ग्राम सभा की सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। इस घटना में दोनों पक्षों से करीब आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए थे। घटना करारी थाना इलाके के बटबंधुरी गांव की थी।

जहां ग्राम सभा की खाली पड़ी जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर सत्तापक्ष के बीजेपी कार्यकर्ता तेज प्रताप और उसके परिवार वाले जमीन पर पत्थर लगाने लगे। जिसका विरोध पड़ोस में ही रहने वाले दलित परिवार शकुंतला ने शुरू किया, देखते ही देखते जुबानी जंग मार-पीट में बदल गई थी।

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