चुनाव आयोग ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। बाबुल सुप्रियो पर बूथ नंबर 199 में जबरन घुसने और पोलिंग एजेंट को धमकाने का आरोप है। इसी आरोप के बाद चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा सोमवार को मतदान के दौरान आसनसोल से बीजेपी के उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो की गाड़ी पर हमला भी किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बाबुल सुप्रियो पर हमला उस वक्त हुआ था जब वो बाराबनी में एक पोलिंग स्टेशन के बाहर खड़े थे। बता दें कि, आसनसोल में गायक से नेता बने केंद्रीय मंत्री व बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो का मुकाबला पुराने जमाने की अभिनेत्री तृणमूल कांग्रेस की प्रत्याशी मुनमुन सेन से है।
वहीं, दूसरी और चुनाव आयोग ने सांप्रदायिक टिप्पणियां करने को लेकर सोमवार को केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी नेता गिरिराज सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया। आयोग ने कहा कि प्रथमदृष्टया गिरिराज ने आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों और उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का उल्लंघन किया है। आचार संहिता और उच्चतम न्यायालय के निर्देश कहते हैं कि चुनाव प्रचार के दौरान की जाने वाली बयानबाजी में धर्म का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। गिरिराज को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए 24 घंटे का वक्त दिया गया है।
बिहार के बेगूसराय जिला प्रशासन ने स्वत: संज्ञान लेते हुए 25 अप्रैल को गिरिराज के खिलाफ आदर्श आचार संहिता और जनप्रतिनिधित्व कानून के उल्लंघन का मामला दर्ज किया था। गिरिराज पर 24 अप्रैल को एक जनसभा में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में मुस्लिमों के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप है।
बेगूसराय में रैली को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा था, ‘‘…जो वंदे मातरम नहीं गा सकता, जो मातृभूमि का सम्मान नहीं कर सकता, उसे देश माफ नहीं करेगा। मेरे पूर्वज सिमरिया घाट में गंगा नदी के किनारे मरे, और उन्हें कब्र की जरूरत नहीं पड़ी। लेकिन तुम्हें तो तीन हाथ जगह चाहिए।’’