देश में राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों की संपत्ति में तेजी से इजाफा हुआ है। इसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की संपत्ति में सबसे ज्यादा उछाल देखने को मिला है। बीजेपी की 2004-05 में घोषित 122.93 करोड़ रुपये की संपत्ति का मूल्य 2015-16 में बढ़कर 893.88 रुपये करोड़ हो गया। वहीं, इसी अवधि में कांग्रेस की संपत्ति 167.35 करोड़ रुपये से बढ़कर 758.79 करोड़ रुपये मूल्य की हो गई।
राजनीतिक दलों पर नजर रखने वाली संस्था इलेक्शन वॉच की ताजा रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। एडीआर और इलेक्शन वॉच ने चुनाव आयोग के समक्ष पार्टियों द्वारा की गई घोषणा का हवाला देते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 2004-05 में बीजेपी के पास 122.93 करोड़ रुपये थे, जो 2015-16 में 893.88 करोड़ हो गई यानी 627.15% बढ़ोतरी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान कांग्रेस की संपत्ति भी 167.35 करोड़ से बढ़कर 758.79 करोड़ तक पहुंच गई यानी करीब 353 फीसदी बढ़ोतरी हुई। बीते 10 सालों में सात बड़े राष्ट्रीय दलों की कुल संपत्ति 530 फीसदी बढ़ गई है। इन दोनों पार्टियों के अलावा तृणमूल कांग्रेस की संपत्ति इन 11 वर्षों में 0.25 करोड़ रुपये से बढ़कर 44.99 करोड़ रुपये हो गयी।
एडीआर के राष्ट्रीय समन्वयक अनिल वर्मा ने बताया कि इसी अवधि में माकपा की संपत्ति का मूल्य 90.55 करोड़ रुपये से बढ़कर 437.78 करोड़ रुपये हो गयी। उन्होंने बताया कि इस दौरान वाम दल की संपत्ति में 383.47 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
उन्होंने बताया कि वहीं, भाकपा की संपत्ति में सबसे कम उछाल आई है। पार्टी की संपत्ति 5.56 करोड़ रुपये से बढ़कर 10.18 करोड़ रुपये तक पहुंची। वर्मा ने मुताबिक, जबकि बसपा की संपत्ति का मूल्य 43.09 करोड़ रुपये से बढ़कर 559.01 करोड़ रुपये हो गई। वहीं, राकांपा की संपत्ति 1.6 करोड़ रुपये से बढ़कर 14.54 करोड़ रुपये हो गयी।