फेसबुक व्हिलसब्लोअर सोफी झांग ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि कैसे सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने 2019 में एक भाजपा सांसद के फर्जी अकाउंट को ब्लॉक करने से इनकार कर दिया था। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगया कि, फेसबुक ने मुनाफा कमाने के लिए फर्जी अकाउंट और गलत जानकारी के जरिए लोगों को गुमराह किया है।
फेसबुक में डेटा साइंटिस्ट के रूप में काम करने वाली झांग ने आरोप लगाते हुए बताया है कि कैसे कंपनी ने मुनाफा कमाने के लिए फर्जी अकाउंट और गलत जानकारी के जरिए लोगों को गुमराह किया है। झांग के मुताबिक, चुनाव से पहले उन्हें भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कई फर्जी अकाउंट मिले। लेकिन, भाजपा सांसद से जुड़े फर्जी अकाउंट नेटवर्क को छोड़कर सभी को फेसबुक से हटा दिया गया पर उनके खाते के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही।
एनडीटीवी से बातचीत करते हुए सोफी झांग बताया कि, 2019 के आखिर में हमें पांच फर्जी नेटवर्कों के बारे में पता चला। जिनमें से दो भाजपा और दो कांग्रेस को समर्थन करने वाले थे। जिनमें से हमने दो कांग्रेस और एक भाजपा के नेटवर्क को हटा दिया था। वहीं, आखिरी को हटाने से तुरंत पहले कंपनी ने हमें रोक दिया क्योंकि उन्हें लगा कि चौथा नेटवर्क भाजपा के सांसद से जुड़ा हुआ है। जिसके चलते मैं कुछ नहीं कर सकी।
उन्होंने आगे बताया कि 2020 के जनवरी माह में मैंने हजारों ऐसे अकाउंटों के नेटवर्क का पता लगाया जो प्रो ‘आप’ मैसेज फैला रहे थे और ये अकाउंट खुद को भाजपा समर्थक दिखा रहे थे और कह रहे थे कि उन्होंने पीएम मोदी को वोट दिया है लेकिन दिल्ली में वह आम आदमी को सपोर्ट कर रहे हैं। इस पांचवें नेटवर्क को उन्होंने जनवरी में फेसबुक से हटा दिया। मुझे याद है कि सिर्फ भाजपा नेता से जुड़ा नेटवर्क मैं नहीं हटा सकी।
तीन साल तक फेसबुक में डाटा साइंटिस्ट के तौर पर काम करने वाली सोफी को 2020 में खराब परफॉर्मेंस के चलते बाहर कर दिया था। वहीं झांग का कहना है कि फेसबुक पर हो रहे फर्जीवाडे का मुद्दा उठाने पर उन्हें बर्खास्त किया गया है। हालांकि, नौकरी छोड़ने से पहले उन्होंने एक रिपोर्ट तैयार की जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे फेसबुक मुनाफा कमाने के लिए लोकतंत्र की हत्या कर रहा है। फेसबुक ने इन सभी आरोपों को गलत बताया।