फ्लाइट में पत्नी ओर बच्चों को जाने से रोका तो शिखर धवन ने जताई नाराजगी, बाद में ‘Emirates एयरलाइन्स’ ने मांगी मांफी, जताई खेद

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भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी शिखर धवन और उनके परिवार को दुबई से केपटाउन जाने वाली फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया गया था। इसकी जानकारी खुद शिखर धवन ने सोशल मीडिया के जरीए दी है।

फाइल फोटो

दरअसल, शिखर की पत्नी और बच्चों को दुबई एयरपोर्ट पर केपटाउन के लिए आगे की फ्लाइट लेने से रोक दिया गया जहां भारत 5 जनवरी से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आगाज करेगा। बताया जा रहा है कि शिखर के परिवार को पहचान के लिए बर्थ सर्टिफिकेट के साथ कुछ अन्य दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया जो उनके पास उस समय मौजूद नहीं थे। जिसके बाद शिखर ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी नराजगी जाहीर की।

शिखर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘एमिरेट्स की ओर से ये बहुत ही गैर पेशेवर रवैया है। मैं अपने परिवार के साथ दक्षिण अफ्रीका जाने के रास्ते में था और मुझे कहा गया कि मेरी पत्नी और बच्चे दुबई से दक्षिण अफ्रीका की फ्लाइट नहीं ले सकते। मुझे एयरपोर्ट पर बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया जो निश्चित रूप से उस समय मेरे पास नहीं थे।’

शिखर ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि, वे अभी दुबई एयरपोर्ट पर हैं और दस्तावेज आने का इंतजार कर रहे हैं।@emirates ने इस तरह की चीज के बारे में तब क्यों नहीं बताया कि जब हम मुंबई से फ्लाइट ले रहे थे। @emirates का एक कर्मचारी बिना किसी कारण बेकार तरीके से बात कर रहा था।’

हालांकि एमिरेट्स के प्रवक्ता ने कहा कि एयर कंपनी सिर्फ नियमों का पालन कर रही थी। प्रवक्ता ने कहा, ‘हमें पता है कि परिवार अपनी योजना के मुताबिक यात्रा को जारी नहीं रख पाया, किसी भी असुविधा के लिए हमें खेद है।’

हिंदुस्तान हिंदी न्यूज़ वेबसाइट की ख़बर के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘1 जून 2015 से लागू हुए दक्षिण अफ्रीकी नियमों के मुताबिक, 18 साल से कम आयु के बच्चे या किशोर के साथ यात्रा करने वाले को उसका अभिभावक होने का प्रमाण देना होता है, जबकि बच्चे के साथ यात्रा कर रहे अकेले अभिभावक को दूसरे सहयोगी (पति या पत्नी) की रजामंदी दिखानी होती है।’ …’गब्बर’ का गुस्साः आखिरकार एयरलाइन्स को मांगनी पड़ी माफी, धवन ने कहा- पहले…

उन्होंने कहा, ‘दूसरी सभी विमान कंपनियों की तरह, हमें भी उस देश के नियमों का पालन करना पड़ता है जहां हम विमान सेवा देते हैं। ये यात्रियों की जिम्मेदारी है कि यात्रा से पहले उस देश के लिए जरूरी कागजात तैयार रखें।’

एमिरेट्स की तरफ से आई सफाई के बाद शिखर ने ट्विटर पर लिखा कि, ‘मैं इस बात को मानता हूं और इसका सम्मान करता हूं, लेकिन ये उनकी जिम्मेदारी थी कि हमें मुंबई एयरपोर्ट पर ये सब बताया जाता ना कि ट्रांजिट (दुबई, जहां से फ्लाइट बदलनी थी)’ मेरी फैमिली घर ही रुक जाती और डॉक्यूमेंट्स के साथ आती।’

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