जम्मू-कश्मीर से एक चौंका देने वाला मामला आया है, जिसे जानकार आप भी चौंक जाएंगे। चुनाव अधिकारियों ने भारतीय सेना को जम्मू-कश्मीर में सैन्य नेतृत्व को सूचित करते हुए चिट्ठी लिखकर कहा है कि सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारी इस लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने के लिए चुनाव गोपनीयता का उल्लंघन करने का प्रयास कर रहे हैं।
यह चिठ्ठी उस खबर के बाद लिखी गई है, जिसमें बताया गया था कि सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारी जवानों से पूछ रहे हैं कि वे किसे वोट देना चाहते हैं। एक उम्मीदवार की तरफ से इस संबंध में शिकायत आई थी कि सेना के अफसर जवानों को फोन कर उनसे उनकी वोटिंग की पसंद के बारे में पूछ रहे हैं। शिकायतों के बारे में जानकारी लेते हुए लेह की उपायुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी अवनी लवासा ने लद्दाख के 14 कॉर्प्स के प्रमुख को पत्र लिखा।
इसमें एक उम्मीदवार की शिकायत का उल्लेख किया गया। इसमें कहा गया था कि इंडियन पोस्टल बैलेट सिस्टम में विभिन्न कमांडिंग अफसर इस तरह का ‘कदाचार’ कर रहे हैं। लवासा ने अपने पत्र में कहा, ‘यह आरोप है कि कमांडिग अधिकारी जवानों को बैलेट पेपर भेजने की बजाय फोन पर ही उनकी वोटिंग पसंद के बारे में पूछ रहे हैं।
यह मतदान की गोपनीयता का उल्लंघन है और इस तरह के कदाचार में संभावित रूप से कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है। यह आग्रह है कि सभी संबंधित अधिकारी को चुनावी प्रक्रिया की शुचिता बरकरार रखने के बारे में जागरूक किया जाए।’ वहीं सेना ने इस आरोप को ‘निराधार’ बताया है।
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा कि, प्राथमिक छानबीन में आरोप झूठा पाया गया है और ऐसा लग रहा है कि सेना की छवि धूमिल करने के लिए ये आरोप लगाया गया है। हालांकि अभी पूरे मामले की गहराई से छानबीन चल रही है।
गौरतलब है कि लद्दाख लोकसभा सीट पर पांचवें चरण के तहत 6 मई को वोटिंग हुई थी। यहां पर 63.70 फीसदी मतदान हुआ था। राज्य में दो निर्दलीय सहित चार उम्मीदवार मैदान में हैं।