प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक तुगलकी फरमान जारी करते हुए अपने मुख्यालय में कार्यरत अधिकारियों के मीडिया एवं पत्रकारों से बातचीत पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। ईडी के निदेशक संजय कुमार मिश्रा ने इस फरमान के संबंध में मंगलवार (21 मई) को एक पृष्ठ का निर्देश पत्र जारी किया। रिपोर्ट के मुताबिक आईसीआईसीआई-वीडियोकॉन कर्ज मामले में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप में फंसी चंदा कोचर और उनके पति से चल रही पूछताछ के बारे में लगातार खबरें लीक होने को लेकर यह कार्रवाई की गई है।
द इंडियन एक्सप्रेस अखबार के मुताबिक आदेश के अनुसार इन निर्देशों का पालन नहीं करने वाले अधिकारियों पर ‘दंडात्मक कार्रवाई’ की जाएगी। मौजूदा जांच में सूचनाओं के लीक होने के मद्देनजर, ईडी के निदेशक संजय कुमार मिश्रा ने मंगलवार को ‘अनधिकृत अधिकारियों’ को मीडिया से बातचीत करने पर रोक लगाने के आदेश दिए और इसका किसी भी प्रकार का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
मिश्रा ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “यह देखा गया है कि मौजूदा जांच से जुड़ी कुछ सूचनाएं मीडिया में प्रकाशित हो जाती हैं। इस तरह की सूचनाओं से मौजूदा जांच प्रभावित हो सकती है।” उन्होंने कहा, “मीडिया से गैरवाजिब बातचीत के लिए, एक तकनीकी सर्कुलर 30 नवंबर, 2018 को जारी किया गया था। हालांकि यह देखा गया कि उस नोटिस का सही भावना के साथ पालन नहीं किया गया।”
इसके साथ ही उन्होंने अपने आदेश में कहा कि एक अधिकृत अधिकारी को छोड़कर कोई भी दूसरा ईडी अधिकारी मीडिया से बातचीत करता पाया गया तो उसकी जानकारी तत्काल मुख्य विशेष निदेशक या खुद उन्हें प्रदान की जानी चाहिए। मिश्रा ने कहा, “इसके उल्लंघन को कर्तव्य की उपेक्षा माना जाएगा और ऐसा करने वाला अधिकारी दंडात्मक कार्रवाई का पात्र होगा।” पत्रकारों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे तुगलकी आदेश बताया है।