क्या सरकार के पास देश को निराशा से बाहर निकालने की कोई योजना है: पी चिदंबरम

0

आईएनएक्स मीडिया केस में गिरफ्तार पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बुधवार (11 सितंबर) को अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर बुधवार को चिंता जताई और सवाल किया कि क्या देश को निराशा के इस दौर से बाहर निकालने की कोई योजना सरकार के पास है। तिहाड़ जेल में बंद पी चिदंबरम की ओर से उनके परिवार ने उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह टिप्पणी पोस्ट की।

फाइल फोटो

उन्होंने कहा, ‘सहयोग के लिए आप सभी लोगों का धन्यवाद। मैं कहना चाहता हूं कि मैं न्याय और अन्याय के बीच अंतर करने की गरीब लोगों की क्षमता से हैरान हो गया हूं। मुझे पिछले कुछ दिनों में उनसे मिलने और बात करने का मौका मिला।’ चिदंबरम ने कहा, ‘मुझे अर्थव्यवस्था की बहुत चिंता है। गरीब लोग सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं। कम आय, कम नौकरियां, कम व्यापार और कम निवेश से गरीब एवं मध्यम वर्ग प्रभावित होता है।’ उन्होंने सवाल किया, ‘इस मुश्किल और निराशा से देश को बाहर निकलने की सरकार के पास क्या क्या योजना है?”

बता दें कि, इससे पहले पूर्व वित्त मंत्री ने सोमवार को ट्वीट कर कहा था कि, “लोगों ने मुझसे पूछा कि अगर आपको मामले को सुझाने और प्रक्रिया को आगे बढ़ाने वाले दर्जनों अधिकारियों को गिफ्तार नहीं किया गया तो आप को क्यों गिरफ्तार किया गया।” उन्होंने कहा, “मेरे पास कोई जवाब नहीं है। किसी अधिकारी ने कुछ गलत नहीं किया है। मैं नहीं चाहता कि किसी की गिफ्तारी हो।”

गौरतलब है कि, चिदंबरम को सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार किया है। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में हैं और तिहाड़ जेल में बंद हैं।

बता दें कि, पी चिदंबरम को गुरुवार शाम तिहाड़ जेल लाया गया और जेल अधिकारियों के अनुसार उन्हें एक अलग कोठरी और पश्चिमी शैली के एक शौचालय के अलावा कोई विशेष सुविधा नहीं मिलेगी। अन्य कैदियों की तरह वह जेल के पुस्तकालय का उपयोग कर सकेंगे और एक निश्चित अवधि तक टेलीविजन देख सकते हैं। आवश्यक मेडिकल जांच के बाद चिदंबरम को जेल नंबर सात में रखा गया है। (इंपुट: भाषा के साथ)

Previous articleVIDEO: पाकिस्तानी पैनलिस्ट द्वारा ‘बेवकूफ’ कहे जाने पर मुकेश अंबानी के चैनल के लिए काम करने वाले एंकर ने खोया आपा, मेजर जनरल जीडी बख्शी हुए शो से बाहर
Next articleINX मीडिया केस: पी चिदंबरम ने जमानत के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, CBI कोर्ट के आदेश को भी दी चुनौती