अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के कर्नाटक कांग्रेस के नेता दिनेश गुंडु राव पर दिए गए बयान के बाद हंगामा मच गया है। वहीं, अब अनंत कुमार हेगड़े की ‘‘भड़काऊ’’ टिप्पणी पर पलटवार करते हुए दिनेश गुंडू राव की पत्नी तबस्सुम ने सोमवार को कहा कि बीजेपी नेता ‘‘अपनी पत्नी की साड़ी के पल्लू के पीछे छिपना’’ बंद करें और राव के साथ राजनीतिक लड़ाई लड़ें।
बता दें कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राव ने हेगड़े की उपलबधियों पर सवाल खड़ा किया था, जिसके बाद केन्द्रीय मंत्री ने ट्विटर पर राव का जिक्र एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर किया था जो मुस्लिम महिला के पीछे भागता है।
मोदी के मंत्री अनंत कुमार हेगड़े पर पलटवार करते हुए दिनेश गुंडू राव की पत्नी तबस्सुम ने फेसबुक पर लिखा कि वह न तो किसी पार्टी से जुड़ी हैं और न ही किसी सार्वजनिक पद पर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अपनी सस्ती राजनीति के लिये वह मेरे नाम का इस्तेमाल मोहरे की तरह न करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने बीजेपी के किसी नेता के खिलाफ कोई व्यक्तिगत टीका-टिप्पणी नहीं की। अपनी सस्ती राजनीति के लिये मोहरे की तरह मेरे नाम का इस्तेमाल किया गया, जिस पर मैं कड़ी आपत्ति जताती हूं। हिम्मत है तो अपनी बीवी की साड़ी के पल्लू के पीछे छिपकर पत्थर फेंकने के बजाय वे मेरे पति को राजनीतिक चुनौती दें।’’
उन्होंने आने लिखा, ‘‘जी हां मैं जन्म से मुसलमान हूं लेकिन सबसे पहले हमें भारतीय होने पर गर्व है। भारत का संविधान धर्मनिरपेक्षता की बुनियाद पर आधारित है जो हर नागरिक को सोचने, अभिव्यक्ति, आस्था, धर्म और पूजा की आजादी की गारंटी देता है।’’ उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री की इस तरह की ‘‘महिला विरोधी और भड़काऊ’’ टिप्पणी बिल्कुल असहनीय है। तबस्सुम ने कहा कि उन्होंने हेगड़े को ट्विटर पर जवाब देने की कोशिश की थी लेकिन हेगड़े ने जवाब देने के बजाय उन्हें ब्लॉक कर दिया।
जानिए क्या है मामला
दरअसल, सोमवार को केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने अपने प्रतिद्वंद्वी कर्नाटक कांग्रेस नेता दिनेश गुंडु राव पर व्यक्तिगत टिप्पणी की थी। अनंत हेगड़े ने दिनेश गुंडु राव पर उनकी पत्नी को लेकर बयान दिया थी। उन्होंने कांग्रेस नेता पर हमला करते हुए कहा था कि मैं दिनेश गुंडु राव को एक ऐसे शख्स के रूप में जानता हूं जो एक मुस्लिम महिला के पीछे भागा था।
दरअसल कांग्रेस नेता दिनेश गुंडु राव ने ट्विटर के माध्यम से केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े से सवाल पूछा था। केन्द्रीय मंत्री ने कांग्रेस नेता के सवालों का जवाब देने की बजाय, उनकी पत्नी तबू राव को बहस के बीच में ले आए। तबू राव मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। अनंत कुमार ने पलटवार करते हुए लिखा, ‘मैं पक्का दिनेश जी राव के सवालों का जवाब दूंगा, लेकिन पहले वह यह खुलासा कर सकते हैं कि उनकी उपलब्धियों के साथ कौन हैं? मैं केवल उन्हें एक ऐसे शख्स के रूप में जानता हैं, जो कि एक मुस्लिम महिला के पीछे पड़े थे।’
दरअसल, अनंत कुमार हेगड़े के एक कट्टर बयान पर दिनेश राव ने अपने ट्विटर हैंडल से उनको ट्वीट करते हुए पूछा था कि, ‘केंद्रीय मंत्री या सांसद बनने के बाद आपकी उपलब्धियां क्या रही हैं? कर्नाटक के विकास में आपका क्या योगदान है? मैं निश्चित रूप से यह कह सकता हूं कि यह अफसोस की बात है कि ऐसे लोग मंत्री बन गए हैं और सांसद के रूप में चुने जाने में कामयाब रहे हैं।’
इस पर दिनेश गुंडु राव ने फिर ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री को निशाना बनाते हुए जवाब दिया। राव ने पलटवार करते हुए लिखा, ‘अनंत कुमार हेगड़े का इतने नीचे स्तर पर जाकर व्यक्तिगत मुद्दों को बीच में लाना देखकर दुख हुआ। अंदाजा लगाइए क्या ये उनकी संस्कृति की कमी है? क्या उन्होंने हमारे हिंदू धर्मग्रंथों से कुछ नहीं सीखा? अब समय जा चुका है, लेकिन वह अभी भी एक प्रतिष्ठित व्यक्ति बनने की कोशिश कर सकते हैं।’
जो हिंदू लड़कियों को छुए, उसके हाथ नहीं बचने चाहिए: अनंत कुमार हेगड़े
बता दें कि अनंत कुमार हेगड़े ने रविवार को कर्नाटक के कोडागु में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि, जो हिंदू लड़कियों को छुए, उसके हाथ नहीं बचने चाहिए। इतिहास इसी तरह लिखा जाता है और जब आप इतिहास लिखते हैं, तो आपके अंदर हिम्मत आती है। आप इतिहास पढ़ते हैं तो आपके अंदर डरने वाली भावनाएं आती हैं। अब यह आप लोगों को तय करना है कि आप इतिहास लिखना चाहते हैं या फिर इतिहास पढ़ना चाहते हैं।
#WATCH: Union Minister Ananth Kumar Hegde in Kodagu, "We have to rethink about priorities of our society. We shouldn’t think of caste. If a Hindu girl is touched by a hand, then that hand should not exist." #Karnataka pic.twitter.com/4uVNnIrNeu
— ANI (@ANI) January 27, 2019
बता दें कि अनंत कुमार हेगड़े वही बीजेपी के मंत्री हैं जिन्होंने पिछले साल संविधान बदलने जैसा विवावित बयान दिया था। अनंत कुमार हेगड़े ने पिछले साल उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि बीजेपी ‘संविधान बदलने के लिए’ सत्ता में आई है। हालांकि, अनंत कुमार हेगड़े ने संविधान में संशोधन के अपने विवादित बयान पर लोकसभा के अंदर माफी भी मांगी थी और कहा था कि उनके बयान को ‘तोड़-मरोड़कर’ पेश किया गया।