जस्टिस दीपक मिश्रा ने सोमवार(28 अगस्त) को देश के 45वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस मिश्रा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस दीपक मिश्रा ने चीफ जस्टिस जेएस खेहर की जगह ली है, उनका कार्यकाल तीन अक्टूबर 2018 तक रहेगा।
फोटो- ANIजस्टिस दीपक मिश्रा के नाम कई ऐतिहासिक जजमेंट हैं। इनमें याकूब मेमन की रातभर पर सुनवाई के बाद फांसी की सजा बरकरार रखने, निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा सुनाने के अलावा कई बड़े फैसले हैं। जस्टिस मिश्रा ने ही देशभर के सिनेमाघरों में राष्ट्रीय गान के आदेश जारी किए थे।
दीपक मिश्रा भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बनने वाले ओडिशा की तीसरे न्यायाधीश होंगे. उनसे पहले ओडिशा से ताल्लुक रखने वाले न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्रा और न्यायमूर्ति जीबी पटनायक भी इस पद को सुशोभित कर चुके हैं।
Justice Dipak Misra takes oath as the Chief Justice of India (CJI). pic.twitter.com/r4aeTlftsd
— ANI (@ANI) August 28, 2017
ओडिशा के रहने वाले जस्टिस मिश्रा का जन्म 3 अक्टूबर 1953 को हुआ था, उन्होंने 1977 में ओडिशा हाईकोर्ट से बतौर वकील करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद 1996 में वह ओडिशा हाईकोर्ट के जज बने।
इसके बाद वर्ष 2009 में जस्टिस दीपक मिश्रा ने पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार संभाला था। 2009 में तत्कालिन राज्यपाल देवानंद कुंवर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी।