कर्नाटक में विधानसभा चुनाव समाप्त होने के एक दिन बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस ने देश की जनता के साथ छल करने का आरोप लगाया और सवाल किया कि आम लोगों की जेब पर इस तरह से कब चपत लगती रहेगी।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि, ‘‘कर्नाटक में वोट हासिल करने के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी नहीं की गई। इसके बाद फिर राज्य और देश की जनता के साथ छल हुआ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में लोगों को पहली चपत लगी। आम लोगों की जेब पर और कितनी चपत लगेगी।’’
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा। चिदंबरम ने कहा कि, ‘‘फिर से वही हुआ। पेट्रोल एवं डीजल पर और कर बढ़ा, आम उपभोक्ता पर बोझ बढ़ा। कर्नाटक चुनाव तो सिर्फ इंटरवल था।’’
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद आज सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दामों पर 19 दिन से लगी रोक हटा ली। इसके बाद पेट्रोल की कीमत में 17 पैसे और डीजल के मूल्य में 21 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हो गई।
तेल की कीमतों में इजाफा होने के बाद सोमवार (14 मई) को दिल्ली में पेट्रोल 74.80 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 66.14 प्रति लीटर पहुंच गए हैं। चार महानगरों में मुम्बई में दोनों ईंधन की कीमत सबसे ज्यादा है। यहां पेट्रोल 82.65 रुपये और डीजल 70.43 रुपए प्रति लीटर है। कोलकाता में कीमतें क्रमशः 77.50 और 68.68 रुपए, चेन्नई में 77.61 और 69.79 रुपए प्रति लीटर हैं।
20 दिन के बाद सोमवार को पेट्रोल के दाम में 17 और डीजल की कीमत में 21 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दामों में 24 अप्रैल से दैनिक आधार पर संशोधन नहीं किया जा रहा था। इसके पीछे कारण कर्नाटक विधानसभा चुनाव माना जा रहा था। कर्नाटक में मतदान 12 मई को हुआ है परिणाम कल यानी 15 मई को आएंगे।