बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार का प्रकोप जारी है। इंसेफलाइटिस के चलते पिछले करीब 20 दिनों में बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास के कुछ जिलों के लगभग 120 बच्चों की मौत हो चुकी है। बच्चों की मौतों के बीच सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की। इस मुलाकात की जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया के जरीए दी।
सीएम नीतीश कुमार ने इस मुलाकात की दो तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “भारत के आदरणीय राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार मुलाकात करते हुए।” इस मुलाकात को लेकर वो सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए और लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरु कर दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को एईएस के पीडि़त बच्चों से मिलने के लिए मुजफ्फरपुर के एचकेएमसीएच अस्पताल पहुंचे। वे एसकेएमसीएच में बच्चों के इलाज आदि की व्यवस्था देखेंगे और पीड़ित परिवार के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे।
भारत के आदरणीय राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार मुलाकात करते हुए|@rashtrapatibhvn pic.twitter.com/pyRgp2Ak2v
— Nitish Kumar (@NitishKumar) June 17, 2019
एक यूजर ने लिखा, “नीतीश कुमार अगर सियासी मुलाकात हो गई हो तो जरा मुजफ्फरपुर में मृत्यु शैय्या पर लेटे बच्चों से भी मिलकर उनका हाल चाल जान लिजीए। इतनी दुखद घटना के बावजूद आप अभी तक वहाँ नहीं पहुंचे।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “एक तरफ चीत्कार और बिलखती हुई हृदय विदारक तस्वीरें ,बच्चों की किलकारी की गुम होती तस्वीरों के बीच मुख्यमंत्री जी हंसते मुस्कुराते चित्र आपके दिल को सुकून दे सकते हैं?” एक अन्य यूजर ने लिखा, “पहले बच्चों के लिए कुछ करें न कि सिर्फ फ़ोटो शूट में व्यस्त रहें।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “कुछ शिष्टाचार मुलाकात उन अस्पताल के बच्चो के परिजनों से भी कर लो ….जिनके बच्चे इलाज ना मिल पाने की वजह से मुर्त्यु हो गयी! और आपके स्वस्थ मंत्री क्रिकेट मैच का लुफ्त उठा रहे हैं।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में सैकड़ों परिवार आपका इंतज़ार कर रहे हैं, जिनके बच्चों की जान बीमारी ने ले ली। वे अपने राज्य के मुखिया से दुख दर्द साझा करना चाहते हैं।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “सौ से ज़्यादा बच्चे मर गए और बेशर्मो की तरह हँसी आ रही है कुर्सी कुमार को।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “समय मिले तो थोड़ा मुजफ्फरपुर भी देख लीजिए!!बहुत बुरा हालत है सरकार! और हां अगर केंद्र सरकार स्पेशल राज्य का दर्जा ना दे तो छोड़ दीजिए एनडीए का साथ!! क्रांतिकारी कदम उठाए जनाब!!” बता दें कि, इसी तरह तमाम यूजर्स इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहें है।
देखिए कुछ ऐसे ही ट्वीट
बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में सैकड़ों परिवार आपका इंतज़ार कर रहे हैं. जिनके बच्चों की जान बीमारी ने ले ली. वे अपने राज्य के मुखिया से दुख दर्द साझा करना चाहते हैं https://t.co/P7IsfOMmeI
— Pankaj Jha (@pankajjha_) June 17, 2019
पलटू चाचा थोड़ा मुजफ्फरपुर के तरफ अपना ध्यान ले जाएं ? अच्छा मैं तो भूल गया
?बिहार में बहार है लाशों की भरमार है डबल इंजन की सरकार है इसी न्यू इंडिया की दरकार है?— DHANANJAY KRISHNA (@KrishnDhananjay) June 18, 2019
बिहार के मुजफ्फरपुर मे चमकी बुखार से 100 से अधिक मासुम बच्चो की मौत पर मौन क्यो।
आप इसे आपदा घोसित कर मरे हुए बच्चो के परिजन को सांत्वना देने के लिए । चार-चार लाख रू० सरकारी मद से देने की घोषना करें।— हिन्दू महासंघ भारत (@sanatanhindu0) June 17, 2019
@NitishKumar अगर सियासी मुलाकात हो गई हो तो जरा मुजफ्फरपुर में मृत्यु शैय्या पर लेटे बच्चों से भी मिलकर उनका हाल चाल जान लिजीए। इतनी दु खद घटना के बावजूद आप अभी तक वहाँ नहीं पहुंचे। #Muzafarpur
— Vivek Tiwari (@VivekTi64568064) June 17, 2019
कुछ शिष्टाचार मुलाकात उन अस्पताल के बच्चो के परिजनों से भी कर लो ….जिनके बच्चे इलाज ना मिल पाने की वजह से मुर्त्यु हो गयी !
और आपके स्वस्थ मंत्री क्रिकेट मैच का लुफ्त उठा रहे हैं @RJDforIndia @yadavtejashwi @TejYadav14 @INCBihar @ajitanjum @TV9Bharatvarsh— Salman khan (@Salmank42128237) June 18, 2019
सौ से ज़्यादा बच्चे मर गए और बेशर्मो की तरह हँसी आ रही है कुर्सी कुमार को
— Rizwan Arif (@RizwanA16110633) June 17, 2019
समय मिले तो थोड़ा मुजफ्फरपुर भी देख लीजिए!!बहुत बुरा हालत है सरकार! और हां अगर केंद्र सरकार स्पेशल राज्य का दर्जा ना दे तो छोड़ दीजिए एनडीए का साथ !! क्रांतिकारी कदम उठाए जनाब!!
— Rajeev Radhe?? (@radhe_rajeev) June 17, 2019
राष्ट्रपति जी से मुलाकात तो हमेशा होता रहेगा @NitishKumar बाबू जी, पहले इन नन्हें प्यारे बच्चे को तो बचाईये, 14 साल सत्ता में रहने के बाद भी क्यों नहीं इस बीमारी का इलाज ढूँढ जा सका ??
— Ashish Jha (@AshishK82574948) June 17, 2019
बता दें कि, इंसेफलाइटिस के चलते पिछले करीब 20 दिनों में बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास के कुछ जिलों के लगभग 120 बच्चों की मौत के बाद लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। नाराजगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को यहां के सरकारी एसकेएमसीएच अस्पताल आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को काले झंडे दिखाये गये। लोगों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस भी सतर्क है और अस्पताल के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।