उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद प्रियंका सिंह रावत पर एक ट्रेनी आईएएस (IAS) अधिकारी को धमकी देने का आरोप लगा है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेनी आईएएस अजय द्विवेदी अपनी टीम के साथ अवैध क़ब्ज़ा हटाने के अभियान पर निकले थे। इसी दौरान बीजेपी सांसद प्रियंका सिंह रावत ने अभियान रोक दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान बीजेपी सांसद प्रियंका सिंह रावत ने आईएएस अधिकारी को कहा कि उन्हें जनप्रतिनिधि से बात करने वक़्त प्रोटोकॉल का ध्यान रखना चाहिए। ऐसा नहीं किया तो वो उनका जीना मुश्किल कर देंगी, अवैध क़ब्ज़े का आरोप भी एक स्थानीय बीजेपी नेता पर ही लगा है।
न्यूज़18 हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला सिरौली गौसपुर की ग्राम पंचायत चैला गांव का बताया जा रहा है। आरोप है कि यहां तालाब व सरकारी स्कूल की ज़मीन पर वहां के बीजेपी के मंडल अध्यक्ष आलोक सिंह का कब्ज़ा है। इस अवैध अतिक्रमण को हटाने गये नायब तहसीलदार व राजस्व विभाग की टीम से ग्रामीणों की नोकझोंक हो गई। मौके पर एसडीएम अजय कुमार द्विवेदी को बुलाया लिया गया, उनसे सांसद प्रतिनिधि राजेश वर्मा की नोकझोंक होने लगी।
इस दौरान ग्रामीणों की संख्या बढ़ती देख एसडीएम मौके से जाने लगे, लेकिन इस दौरान वहां बीजेपी सांसद प्रियंका सिंह रावत पहुंच गईं। इसके बाद सांसद और एसडीएम के बीच भी नोंकझोंक देखने को मिली। बीजेपी कार्यकर्ताओं में नोंकझोंक को देखते हुए हुए थाना पुलिस सफदरगंज व एसडीएम के सुरक्षाकर्मी एसडीएम को घेरे मे लेकर चलने लगे।
न्यूज़18 हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान बीजेपी सांसद प्रियंका रावत एसडीएम के लिए, खेद दो जरा इसे, पकड़ो जैसी भाषा का प्रयोग करती सुनाई दीं। यहीं नहीं बीजेपी सांसद ने एसडीएम को बाराबंकी में जीना मुश्किल करने तक कि धमकी दे डाली।
घटना का यह पूरा वीडियो कैमरे में कैद हो गई जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना का वीडियो देखने के लिए न्यूज़18 हिंदी के इस लिंक पर क्लिक करें।
गौरतलब है कि, प्रियंका सिंह रावत का विवादों से पुराना नाता है। इससे पहले वह एक पुलिसवाले को धमकी देती हुईं कैमरे में कैद हो गई थीं। आरोप हैं कि उन्होंने यह बात पुलिस ऑफिसर के व्यवहार से नाराज होकर कही थी। प्रियंका ने पुलिस ऑफिसर की खाल खींचने की बात कहीं थी।