अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहने वाले केन्द्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए जासूसी के मामले को लेकर जारी विवाद के बीच एक बार फिर से अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए है।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार (23 जुलाई) को अपने ट्वीट में लिखा, “आज संसद की लाइब्रेरी में मैंने भारत के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल सचिवालय के बजट की जानकारी मांगी। मैंने तीन साल के लिए आवंटन मांगा: 2014-15 में 44 करोड़ रुपये। 2016-17 में 33 करोड़ रुपये और 2017-18 में 333 करोड़ रुपये। इतना इजाफा क्यों? क्योंकि एक नई चीज जोड़ी गई है- साइबर सिक्यॉरिटी ‘रिसर्च एंड डेवलपमेंट’ (R&D)।”
इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “मोदी सरकार के प्रवक्ता को स्पष्ट करना चाहिए कि आवंटित 333 करोड़ रुपये में से 300 करोड़ रुपये वास्तव में कहां जाते हैं?”
Modi government spokesperson should clarify where the additional Rs 300 crores of the Rs.333 crore allotted actually go?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 23, 2021
बता दें कि, पेगासस स्पाइवेयर मामले को लेकर स्वामी लगातार अपनी ही सरकार पर हमलवार हैं। इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट कर कहा था कि गृह मंत्री को संसद में बताना चाहिए कि सरकार का उस इजरायली कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है, जिसने हमारे टेलीफोन टैप टेप किए हैं। नहीं तो वाटरगेट की तरह सच्चाई सामने आएगी और हलाल के रास्ते भाजपा को नुकसान पहुंचाएगी।