देश में तेजी से फैल रहे घातक कोरोना वायरस के चलते बिगड़े हालात के बीच स्थिति दिनोंदिन और भयावह होती जा रही है। कोरोना की बढ़ती महामारी के बीच केन्द्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर से अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पीएमओ अफसरों को कोरोना संकट से निपट पाने में अक्षम करार देते हुए सनकी तक कह दिया है। अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहने वाले भाजपा सांसद लगातार कोरोना की स्थितियों को लेकर मोदी सरकार की आलोचना में जुटे हैं।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, “मैंने दो दिन पहले ही चेतावनी देते हुए कहा था कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर बच्चों को निशाना बनाएगी। हमें इस संकट से निपटने के लिए गंभीर प्रबंधन करने वाली टीम चाहिए, जो कि प्रतिक्रिया पर निगरानी रख सके और योजना तैयार कर सके। न कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की सनकी टीम। आज NITI आयोग की टीम ने भी कोरोना की तीसरी लहर के खतरों की पुष्टि कर दी है।”
I had already warned two days ago that the third Coronavirus wave will target young children. We need a serious Crisis Management Team now instead of PMO psychos to monitor and strategize the response. Today the NITI Aayog Member confirms the danger of the third wave
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 5, 2021
गौरतलब है कि, इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी को सलाह देते हुए कहा था कि वे कोरोना से लड़ने का काम नितिन गडकरी को सौंप दें। उन्होंने कहा था कि भारत देश जिस तरह मुस्लिम हमलावरों और ब्रिटिश साम्राज्यवादियों के मुकाबले विजेता होकर उभरा था, हम वैसे ही कोरोना वायरस से भी पार पा लेंगे। इसलिए मोदी को कोरोना के खिलाफ जंग की जिम्मेदारी नितिन गडकरी को सौंप देना चाहिए। पीएमओ पर भरोसा करना बेकार है।
India will survive Coronavirus Pandemic as it did Islamic invaders and British Imperialists. We could face one more wave that targets children unless strict precautions now are taken. Modi should therefore delegate the conduct of this war to Gadkari. Relying on PMO is useless
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 5, 2021
देश इस समय कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहा है। एक ओर लाखों की संख्या में रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं हजारों लोग अपनी जान गवां रहे हैं। वहीं, केंद्र सरकार समेत राज्य सरकारें इस लड़ाई से निपटने की हर संभव प्रयास कर रही है। देश के अस्पतालों में कोविड मरीजों से बेड फुल है जबकि इसके खिलाफ लड़ाई में संसाधानों की कमी पड़ रही है। हालत ये हो चुकी है कि लगातार अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से वेंटिलेटर पर कोविड-19 के मरीज दम तोड़ रहे हैं।