उत्तर प्रदेश के संत कबीरनगर से भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल से बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच बुधवार शाम एक आधिकारिक बैठक के दौरान कहासुनी हो गई और जल्द ही यह मामला इतना बिगड़ जाता है कि दोनों एक दुसरे पर जूते और मुक्के की बौछाड़ करना शुरू कर देते हैं। इन दोनों के झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे बीजेपी को काफी शर्मिंदगी महसूस हो रहीं है।
शर्मनाक घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक राकेश सिंह बघेल ने कहा कि त्रिपाठी नाराज थे क्योंकि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में अपने मतदाताओं और समर्थकों के साथ संपर्क खो चुके थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “वह (त्रिपाठी) परेशान हैं क्योंकि उन्हें (लोकसभा) चुनावों में जाना है लेकिन जनता और समर्थक उनके साथ नहीं है। इसलिए उन्होंने एक विधायक पर अपनी हताशा जाहिर किया।
उन्होंने कहा कि बुधवार को जिला कलेक्टोरेट की बैठक में जो हुआ वह भारत में लोकतंत्र पर एक गंभीर प्रश्न था। आप (पत्रकार) लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं। आप मुझे बताएं कि लोकतंत्र के लिए इसका क्या मतलब है। अगर उनकी कोई असहमति थी, तो क्या उन्हें हिंसा का सहारा लेने की तुलना में परिपक्व तरीके से चर्चा नहीं करनी चाहिए थी?
बता दें कि संत कबीर नगर जिले में बुधवार (6 मार्च) को निगरानी सतर्कता कमेटी की बैठक थी। जिसमें योगी सरकार के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के सामने मेहदावल विधायक और स्थानीय सांसद शरद त्रिपाठी आपस में ही भिड़ गए। सांसद शरद त्रिपाठी ने तमाम अधिकारियों और मीडियाकर्मियों की मौजूदगी में विधायक राकेश सिंह बघेल को जूतों से जमकर पीटा।
इस दौरान भारी हंगामे और मारपीट से मौके पर अफरातफरी मच गई। जिसके बाद आसपास मौजूद लोगों को बीच बचाव करना पडा। इस विवाद को लेकर बाहर भी दोनो बीजेपी नेताओं के समर्थकों के बीच जमकर नारेबाजी भी हुई। बताया जा रहा है कि जिस समय यह वाकया हुआ उस वक्त मौके पर प्रभारी मंत्री भी मौजूद थे।