भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा चुनाव के लिए सोमवार (8 अप्रैल) को संकल्प पत्र के नाम से अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। इस घोषणा पत्र में हर किसान को सालाना 6 हजार रुपये की एक निश्चित रकम देने की बात कही गई है। इसके अलावा छोटे व सीमांत किसानों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 60 साल की आयु के बाद पेंशन देने का वादा किया गया है। पार्टी कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में ‘संकल्पित भारत सशक्त भारत’ के नाम से घोषणा पत्र जारी किया गया। इसमें आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का संकल्प किया गया है।
घोषणा पत्र में कहा गया, “हमारे सुरक्षा सिद्धांत हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हित द्वारा निर्देशित किए जाएंगे। इसका उदाहरण हाल में की गई सर्जिकल स्ट्राइक व एयर स्ट्राइक है। हम दृढ़ता से आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति और आतंकवाद से मुकाबले के लिए सुरक्षा बलों को खुली छूट देना जारी रखेंगे।” इसमें किसानों को सालाना आय सहायता के लिए 6,000 रुपए और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लघु और सीमांत किसानों को पेंशन देने का वादा किया गया है।
इसमें संविधान संशोधन के जरिए महिलाओं के लिए संसद व राज्य विधानसभाओं में 33 फीसदी आरक्षण देने का वादा भी किया गया है। घोषणा पत्र में कच्चे घरों में रह रहे परिवारों के लिए 2022 तक पक्का घर सुनिश्चित करने का वादा किया गया है। जम्मू-कश्मीर पर भी उसने अपना पुराना राग अलापते हुए बीजेपी ने कहा है कि एक बार फिर सत्ता में आने पर वह राज्य से संबंधित विशेष प्रावधानों (अनुच्छेद 370 और 35ए) को समाप्त करेगी।
बीजेपी ने फिर किया राम मंदिर निर्माण का वादा
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए सोमवार को जारी अपने घोषणापत्र में एक बार फिर राम मंदिर पर अपना पुराना रुख दोहराते हुए कहा है कि इसके निर्माण के लिए सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सभी विकल्प तलाशे जाएंगे। इसमें यह भी कहा कि पार्टी सबरीमाला मंदिर मामले में आस्था और विश्वास से संबंधित मुद्दों पर संवैधानिक संरक्षण को सुरक्षित करेगी। पार्टी ने समान नागरिक संहिता लाने का वादा किया।
घोषणापत्र में कहा गया है, “हम राम मंदिर पर अपना रुख दोहराते हैं। हम अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को आसान बनाने के लिए संविधान के दायरे के भीतर सभी संभावनाओं और सभी ‘आवश्यक प्रयासों’ को खंगालेंगे।” इसमें कहा गया, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर प्रयास करेंगे कि सबरीमाला से संबंधित आस्था, परंपरा और पूजा अनुष्ठानों के विषय को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष व्यापक तरीके से प्रस्तुत किया जाए। हम आस्था और विश्वास से संबंधित मुद्दों पर संवैधानिक संरक्षण को सुरक्षित करने का प्रयास करेंगे।”
सोशल मीडिया पर लोगों ने लिए मजे
बीजेपी के घोषणापत्र में एक बार फिर राम मंदिर का जिक्र होने होने पर सोशल मीडिया पर लोग जमकर मजे ले रहे हैं। मशहूर कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा है, “भगवान राम और हम जैसै उनके चरण-अनुरागियों को बधाई कि उनका मंदिर लगातार 32 वें वर्ष भी एजेंडे में जगह पा गया है! बोलिए जय सियाराम” वहीं, एक पत्रकार ने ट्वीट किया, “‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ का नारा देनेवाली बीजेपी का नया संकल्प है ‘मंदिर बनाने का आवश्यक प्रयास करेंगे’।”
देखिए, लोगों ने कुछ मजेदार प्रतिक्रियाएं:
भगवान राम और हम जैसै उनके चरण-अनुरागियों को बधाई कि उनका मंदिर लगातार 32 वें वर्ष भी एजेंडे में जगह पा गया है ! बोलिए जय सियाराम ??
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 8, 2019
हमारे भगवान राम २८ वर्षों से टेंट में विराजमान हैं।राम लल्ला का बनवास कब ख़त्म होगा? उम्मीद थी कि शायद भाजपा अपने इस मैनिफ़ेस्टो में तारीक बता दे।जय सियाराम ? https://t.co/Vvi1DhNw0e
— Sadhavi Khosla?? (@sadhavi) April 8, 2019
'मंदिर वहीं बनाएंगे' का नारा देनेवाली बीजेपी का नया संकल्प है 'मंदिर बनाने का आवश्यक प्रयास करेंगे'।#BJPManifesto #AisaKyunModiG pic.twitter.com/4sew2Pi8O0
— Sushant Sinha (@SushantBSinha) April 8, 2019
30 साल पहले राम मंदिर निर्माण में जुटी भाजपा ने कहा था न्यायालय कैसे तय करेगा राम का जन्म कहाँ हुआ था? BJP नेताओं, रामलला के दरबार में जाओ और नाक रगड़ कर माफ़ी माँगो भारतीय झूठा पार्टी से सावधान जो राम के नही हुए वो आपके क्या होंगे pic.twitter.com/uX2FYm9Arr
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) April 8, 2019
One promise has remained common in all the BJP Manifestos since the past 23 years –
1996: Ram Mandir
1998: Ram Mandir
2004: Ram Mandir
2009: Ram Mandir
2014: Ram Mandir
2017: Ram Mandir
2019: Ram Mandir— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) April 8, 2019
राम लल्ला हम आएँगे, मंदिर का सपना फिर से देखाएँगे https://t.co/FhopkwhLDF
— Rohini Singh (@rohini_sgh) April 8, 2019
मंदिर वहीं बनाएंगे
लेकिन तरीक़ नहीं बताएंगे ??? https://t.co/wAzZxXEwen— Rahul Mehra (@TheRahulMehra) April 8, 2019
मंदिर वहीं बनाएंगे,
तारीख नहीं बताएंगे। https://t.co/uNJhc8iLPm
— Deshbhakt Ankit Lal (@AnkitLal) April 8, 2019
पार्टी ने वादा किया कि वह स्कूलों में संस्कृत के शिक्षण का विस्तार करेगी और इसे लोकप्रिय करेगी। पार्टी ने कहा है, “संविधान का अनुच्छेद 44 राज्य नीति निदेशक सिद्धांतों में से एक के रूप में समान नागरिक संहिता को सूचीबद्ध करता है। बीजेपी का मानना है कि लैंगिक समानता तब तक नहीं हो सकती है जब तक कि भारत एक समान नागरिक संहिता को नहीं अपनाता है, जो सभी महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करे।”
इस में कहा गया है, “बीजेपी एक समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करने के लिए अपने रुख को दोहराती है जिसमें सर्वश्रेष्ठ परंपराओं का आधुनिक समय के साथ समायोजिन होगा।” पार्टी ने कहा कि भारतीय संस्कृति की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने और बढ़ावा देने के लिए पांच अलग-अलग राज्यों में हर साल भव्य पैमाने पर एक अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।