भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विमल भदौरिया पर ब्लॉक प्रमुखों के पद के लिए मतदान के दौरान एएसपी इटावा प्रशांत कुमार प्रसाद और उनके सहयोगियों पर कथित रूप से हमला करने का मामला दर्ज किया गया है। चुनाव के दौरान हिंसा में शामिल होने के लिए 125 से ज्यादा अज्ञात व्यक्तियों पर भी मामला दर्ज किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर बरहपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, एसएसपी इटावा ब्रजेश कुमार सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि इस संबंध में बरहपुरा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार शर्मा ने मामला दर्ज किया है। एसएसपी ने कहा, रविवार शाम को उडी निवासी भाजपा नेता विमल भदौरिया सहित 125 लोगों के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के बाद, उनके खिलाफ आगे की आवश्यक कार्रवाई शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सबूत के तौर पर एक वीडियो फुटेज इक्ट्ठा किया गया है और आगे की जांच जारी है।
खबरों के अनुसार प्रखंड प्रमुख के चुनाव के दौरान भदौरिया के नेतृत्व में करीब 125 लोग उडी चौराहे पर बैरियर के पास पहुंचे थे और प्रखंड परिसर तक पहुंचने के प्रयास में जबरन बैरिकेडिंग हटाने का प्रयास किया। पुलिस के रोकने पर गुस्साई भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर कथित तौर पर ईंट-पत्थर बरसाना शुरू कर दिया।
जब एएसपी प्रशांत कुमार प्रसाद और उनके साथ मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्हें पीछे धकेल दिया गया और उपद्रवियों ने गाली-गलौज की। जब एएसपी के साथ आए वरिष्ठ उप-निरीक्षक राजेश कुमार सिंह ने उन्हें बचाने की कोशिश की, तो भाजपा कार्यकतार्ओं ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन पर लाठियों से हमला किया।
मौके से ईंट, पत्थर, जूते, चप्पल और लाठी के अलावा सात खाली कारतूस भी बरामद किए गए। बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में, एएसपी प्रसाद को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि भाजपा कार्यकर्ता बम लाए थे और पुलिसकर्मियों पर ईंट-पत्थर भी फेंके थे और उनके साथ दुर्व्यवहार किया था।