उत्तर प्रदेश में नई सरकार बनते ही लोगों में नई उम्मीद जगी थी। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही योगी आदित्यनाथ के तेवर देख कर लोगों को लगा था कि अब तो अपराधियों के दिन लद गए। खुद सीएम योगी ने भी एलान किया था कि अपराधी राज्य को छोड़कर चले जाएं, अब यूपी में उनकी खैर नहीं है। लेकिन हर रोज हो रहे वारदात ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
यूपी के आगरा में सोमवार(5 जून) को स्थानीय बीजेपी नेता नाथूराम वर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया। साथ ही गुस्साई भीड़ ने हत्या के एक आरोपी को भी पीट-पीटकर मार डाला। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी मारपीट की। नाराज लोगों ने शव उठाने पहुंची पुलिस टीम पर पथराव और फायरिंग की।
इस दौरान एक पुलिस चौकी और वैन में आग लगाई गई। घटना डोकी थाना क्षेत्र के मेहरा नाहरगंज गांव का है जहां सोमवार की शाम यमुना किनारे बीजेपी कार्यकर्ता नाथूराम वर्मा को दोस्तों ने गोलियों से भून दिया, जिसमें बीजेपी नेता की मौके पर ही मौत हो गई। नाराज ग्रामीणों ने हत्यारोपियों समर और सुधीर को घेरकर पीटा।
यूपी 100 के पुलिस कर्मियों ने हत्यारोपियों को बचाकर गाड़ी में बैठाया। इस पर ग्रामीण भड़क गए। जिसके बाद हत्यारोपियों को बाहर घसीट पिटने लगे। साथ ही पुलिस की गाड़ी फूंक दी। कई पुलिसकर्मियों को पीटा भी गया। थाना पुलिस आई तो उसे भी घेर लिया। सूचना पर गांव छावनी में तब्दील हो गई। दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई।
एक हत्यारोपी समर भाग गया। जबकि सुधीर नाम के आरोपी की अस्पताल में मौत हो गई। इस दौरान ग्रामीणों और पुलिस में आमने सामने काफी देर तक फायरिंग होती रही। मौके पर आईजी और एसएसपी सहित राज्य के आला अधिकारी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंचकर आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
रिपोर्ट के मुताबिक, घटना शाम करीब साढ़े छह बजे की है। गांव नदौता निवासी नाथू राम वर्मा को गांव बमरौली गुर्जर का पूर्व प्रधान समर सिंह व उसका भाई सुधीर यमुना किनारे लेकर पहुंचे। समर और नाथूराम एक गाड़ी में थे। सुधीर दूसरी गाड़ी से था। ग्रामीणों के अनुसार आरोपियों ने नाथूराम को पहले एक गोली मारी।
वह भागा तो तीन गोलियां और मार दीं। इस हमले में नाथूराम की मौत हो गई। फिलहाल मौके पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। स्थिति पर नियंत्रण के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आईजी आगरा अशोक मुथा जैन का कहना है कि समर सिंह और उसके भाई ने नाथूराम की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।