बिहार के कटिहार में ओडिसा के दाना मांझी जैसी वाक्या सामने आया है। जहां इंसानियत को शर्मसार करने वाला नजारा जिला हॉस्पिटल में नजर आया, अस्पताल परिसर से कुछ लोग शव को कपड़े में बांधकर प्लास्टिक के बोरे में रखकर पैदल ले जा रहे थे। जिसे देख कर कोई भी कह सकता है की इंसानियत भी दम तोड़ चुकी है।
दरअसल बिहार के कटिहार में 14 दिन पहले गंगा में आई बाढ़ में कुर्सेला थानाक्षेत्र के बालुटोला निवासी सिंटू साह नाम के युवक की नाव से उतरने के दौरान में डूबने से मौत हो गई थी, मृतक का शव उसके परिजनों ने 14 दिनों बाद खोज निकाला 25 सितंबर को इस शव को पोस्टमार्टम के लिए शव को कटिहार सदर अस्पताल भेजा गया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से 24 घंटे बीत जाने के बाद भी शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया।
आखिर में पोस्टमार्टम के लिए उसे भागलपुर भेजा गया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने, शव को ले जाने के लिए शव वाहन भी उपलब्ध नहीं कराया।
और इस गरीब परिवार को पोस्टमार्टम के लिए खुद से प्लास्टिक के बोरे में बंधे शव को हाथों में पकड़कर कर ले जाना पड़ा।
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