मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोचिंग क्लास से लौटते वक्त 19 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले में पुलिस ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए एक बेगुनाह को पकड़ कर आरोपी बना दिया। मामला का खुलासा तब हुआ जब इस शख्स की पत्नी थाने पहुंची और जमकर हंगामा किया।
बता दें कि, पुलिस ने तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है लेकिन चौथा आरोपी फरार है। पुलिस पर गिरफ्तारी का दबाव बढ़ा तो उसने वाहवाही के लिए गुरुवार को एक युवक को उठाकर उसे चौथा आरोपी बता दिया। लेकिन इस मामले का खुलासा शुक्रवार को उस समय हुआ जब इस शख्स की पत्नी थाने पहुंची और जमकर हंगामा किया।
जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता को बुलाया तो उसने भी इसको पहचानने से इंकार कर दिया। जिसके बाद रेल आईजी ने सफाई देते हुए कहा कि, चौथा आरोपी संदेही था। उसे छोड़ा जा रहा है। एक आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
रेल एसपी अनीता मालवीय ने गुरुवार को सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कह रही थी। शुक्रवार को जब कथित चौथे आरोपी राजू की पत्नी उसे खोजते हुए थाने आई तो मामले को झूठा बता कर उसने हंगामा मचा दिया। पुलिस ने इसके बाद पीड़िता को बुलाया तो लड़की ने भी उसे पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद सफाई देते हुए तब रेल आईजी को कहना पड़ा कि चौथा आरोपी संदेही था और उसे छोड़ा जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जीआरपी ने गैंगरेप मामले में शहर में प्रदेश बीजेपी कार्यालय के पीछे झुग्गी बस्ती में रहने वाले राजेश उर्फ राजू राजपूत को गिरफ्तार कर लिया था। राजू को लापता समझकर उसके परिजनों खोज रहे थे। जब वह नहीं मिला तो परिजनों ने हबीबगंज थाने में गुरुवार को उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
उसकी पत्नी जीआरपी थाने पहुंची तो उसे राजेश नजर आ गया लेकिन जीआरपी हबीबगंज ने उसको मिलने नहीं दिया।इसके बाद उसने हंगामा किया तो पुलिस को मामले को बताना पड़ा और आखिर अपनी गलती मानते हुए उसे छोड़ा।
दरअसल, गैंगरेप का ये मामला मामला 31 अक्टूबर का है। भोपाल के थाना हबीबगंज क्षेत्र में कोचिंग कर लौट रही पीडि़ता को पहले दो लोगों ने किडनैप किया और फिर बाद में दो लोग और आए और कई बार सामूहिक बलात्कार किया।इतना ही नहीं उन्होंने छात्रा की जान लेने की भी कोशिश की, छात्रा शहर में रहकर आईएएस की तैयारी कर रही है।
पीड़िता घटना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने गई, तो पुलिस ने सीमा विवाद के चलते 24 घंटे तक केस दर्ज नहीं किया। अब केस दर्ज करने के बाद पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है।