मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोचिंग क्लास से लौटते वक्त एक छात्रा के साथ गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। छात्रा शहर में रहकर आईएएस की तैयारी कर रही है। छात्रा को चार लोगों ने पहले अपहरण किया और फिर गैंगरेप किया। इतना ही नहीं उन्होंने लड़की की जान लेने की भी कोशिश की। लड़की को बेहोशी की हालत में छोड़कर वो फरार हो गए। इस मामले में राजधानी पुलिस की बड़ी लापरवाही का भी खुलासा हुआ है।न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक राजधानी के हबीबगंज इलाके में रेलवे लाइन के पास कोचिंग क्लास से लौट रही 19 वर्षीय छात्रा को चार बदमाशों ने पहले अगवा किया और बाद में रेलवे लाइन की पुलिया के नीचे ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गुरुवार (2 नवंबर) को गिरफ्तार कर लिया है।
शासकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) हबीबगंज थाने के एक अधिकारी ने बताया कि भादंवि की धारा 376 (डी), धारा 394 और धारा 34 अन्य सम्बद्ध धाराओं में गिरफ्तार किये गये आरोपियों की पहचान गोलू बिहारी, अमर छन्टू, राजेश और रमेश के तौर पर की गयी है।
उन्होंने बताया कि 31 अक्तूबर मंगलवार रात 10 बजे महाराणा प्रताप नगर स्थित कोचिंग क्लास से छात्रा पैदल अपने घर लौट रही थी तभी रेलवे लाइन के पास बदमाशों ने पहले उसे अगवा किया। अगवा करने के बाद आरोपियों ने छात्रा को रेल लाइन की पुलिया के नीचे ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और बाद में उसे वहां छोड़कर फरार हो गये।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद छात्रा ने पुलिस थाने पहुंचकर अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। हालांकि पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि उन्हें एफआईआर दर्ज कराने के लिये कई घंटे तक पुलिसवालों ने चक्कर लगवाया। फिलहाल इस मामले में एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक आरोप है कि जब बेटी के साथ हुई घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए परिजन भोपाल पुलिस के पास पहुंची तो उन्हें एक-दूसरे थाने का मामला बताकर चलता कर दिया गया। बुधवार को परिवार घंटों तक एमपी नगर और हबीबगंज थाने के चक्कर काटती रही।
इसके बाद बताया गया कि मामला जीआरपी थाने का है, फिर जीआरपी ने मेडिकल जांच कराने के बाद केस दर्ज किया।सबसे हैरानी की बात यह है कि लड़की के पिता रेलवे पुलिस (आरपीएफ) में सब इंस्पेक्टर हैं। इसके बावजूद पुलिस ने लापरवाही बरती। घटना को लेकर परिवार सदमे में है।
पीड़िता को तत्काल मदद नहीं मिलने और एफआईआर के लिए भटकाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने गुरूवार को जांच बैठा दी। पुलिस के मुताबिक चारों आरोपी नशे के आदी है और अक्सर रेलवे ट्रेक के पास बैठकर नशा करते हैं और जुआ खेलते हैं।