भारत के सर्वोच्च नागरिकता सम्मान ‘भारत रत्न’ को लेकर जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। योग गुरु बाबा रामदेव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए अपील की है कि अगले साल से भारत के सर्वोच्च नागरिकता सम्मान ‘भारत रत्न’ से संन्यासी और संतों को भी नवाजा जाए। रामदेव ने आरोप लगाया है कि मदर टेरेसा को इसलिए भारत रत्न पुरस्कार दिया गया, क्योंकि वह ईसाई थीं। लेकिन 70 सालों में एक भी संन्यासियों को यह पुरस्कार नहीं दिया गया। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या भारत में हिंदू होना गुनाह है?
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, रामदेव ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 70 सालों में एक भी संन्यासी को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया गया। चाहे वह महर्षि दयानंद सरस्वती हों, स्वामी विवेकानंद जी, या शिवकुमार स्वामी जी। देश को बड़ा योगदान देने वाले इन संन्यासियों को भी भारत रत्न से नवाजा जाना चाहिए था।’ उन्होंने कहा कि मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि अगली बार कम से कम किसी सन्यासी को भी भारत रत्न दिया जाए।
Yog Guru Ramdev: It's unfortunate that in last 70 years, not even one sanyasi has been awarded Bharat Ratna, be it Maharishi Dayananda Saraswati or Swami Vivekananda, Shivakumara Swami Ji. All these saints who have contributed so much must also be conferred with the Bharat Ratna. https://t.co/k6OlmqSFPP
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2019
रामदेव ने आगे कहा, ‘महर्षि दयानंद और स्वामी विवेकानंद का योगदान राजनेताओं या कलाकारों से कम है क्या? आज तक एक भी संन्यासी को भारत रत्न क्यों नहीं मिला? मदर टेरेसा को दे सकते हैं क्योंकि वह ईसाई हैं, लेकिन संन्यासियों को नहीं क्योंकि वे हिंदू हैं, इस देश में हिंदू होना गुनाह है क्या?’
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रसिद्ध संगीतकार भूपेन हजारिका, एवं आरएसएस से जुड़े नेता एवं समाजसेवी नानाजी देशमुख को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाएगा। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति भवन से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि नानाजी देशमुख एवं भूपेन हजारिका को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया जाएगा। इस घोषणा के साथ ही राजनीति-सामाजिक जगत की हस्तियों ने इसका स्वागत किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य राजनीतिक दलों ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न मिलने पर बधाई दी है। लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता संजय सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी को मिले भारत रत्न पर सवाल उठाते हुए मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को निशाने पर लिया है। संजय सिंह ने एक ट्वीट में कहा है कि प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रशंसा करने के दिया गया है।