जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में नाबालिग मासूम बच्ची के साथ हुए गैंगरेप और उसकी हत्या का मामला भारत सहित पूरे विश्व में उबाल है। स्थानीय लोगों के विरोध और मासूम के साथ गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के बचाव में निकली रैली के बाद से देश भर के लोगों में काफी गुस्सा है। इस बीच, कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस घटना पर भी अपमानजक कमेंटबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं।
दरअसल, कोटक महिंद्रा बैंक के एक कर्मचारी ने कठुआ जिले में नाबालिग मासूम बच्ची के साथ हुए गैंगरेप और उसकी हत्या मामले पर विवादित टिप्पणी की, जिसके बाद बैंक ने उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया।
कोटक महिंद्रा बैंक के कोच्चि स्थित पलरिवत्तम शाखा में असिस्टेंड मैनेजर के तौर पर कार्यरत विष्णु ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, ‘अच्छा हुआ कि वह इस उम्र में ही मर गई, नहीं तो बड़ी होकर भारत के खिलाफ सुसाइड बम बनकर सामने आती।’
@KotakBankLtd Dismiss the Assistant Manager from Kerala (Vishnu Nandakumar) #dismiss_your_manager pic.twitter.com/nb4uxziX2F
— Suhail Rasheed (@suhailsuhails) April 13, 2018
विष्णु का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बैंक ने उसे नौकरी से निकाल दिया। बता दें कि, उसने यह पोस्ट मलयालम भाषा में किया था। नंद कुमार के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर लोग इसकी कड़ी निंदा कर रहें है।
@KotakBankLtd @KotakCares I am closing My Kotak Mahindra bank account ,becuase you are appointing women abusers Child Rape supporters like Vishnu_Nandakumar as your employees..#dismiss_your_manager)
— BornTraveller (@hussainnellikal) April 13, 2018
@KotakBankLtd We keralites gonna run a campaign against kotak mahindra bank ltd untill you dis miss your manager..#dismiss_your_manager pic.twitter.com/8tT9AL14gd
— Kafeel VK (@MuhammedKafeel1) April 13, 2018
@KotakBankLtd
You should take necessary action against him. He doesn't have human feelings . Of course he have the right to point out his views on fb but this is can't be justified . #JusticeforAsifa #dismiss_your_manager pic.twitter.com/jeyD8Q6eyu— Abdulnazer Kachadi (@ullattukattil) April 13, 2018
लोगों की नाराजगी को देखते हुए बैंक ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि, ‘हमने विष्णु नंद कुमार को उसकी खराब परफॉर्मेंस के चलते 11 अप्रैल 2018 को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। ऐसी त्रासदी के बाद ऐसी टिप्पणी बेहद दुखद है, हम इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं।’
जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बलात्कार की घटनाओं के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार(13 अप्रैल) को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि ऐसी घटनाएं निश्चित तौर पर सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है और इन मामलों में कोई भी अपराधी नहीं बचेगा, न्याय होकर रहेगा।