उत्तर प्रदेश के बदायूं में 50 साल की एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ हुए दर्दनाक सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर दिया है, इस जघन्य वारदात ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। 50 वर्षीय महिला के साथ हुए गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद से पूरा देश गुस्से में उबल रहा हैं, दोषियों के खिलाफ लोग कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। इस बीच इस विभत्स घटना के मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण को पुलिस ने गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया है, वो घटना के बाद से फरार था।

बता दें कि, पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला मजिस्ट्रेट कुमार प्रशांत ने कहा कि सत्यनारायण एक गांव में अपने अनुयायी के घर में छिपा हुआ था जहां से उसे पकड़ा गया है, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। 3 जनवरी की रात आंगनबाड़ी सहायिका से गैंगरेप और हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद से महंत सत्यनारायण फरार चल रहा था। पुलिस दो आरोपी जसपाल और वेदराम को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
गैंगरेप के बाद हत्या करने के मुख्य आरोपी सत्यनारायण को ग्रामीणों द्वारा पकड़ कर पुलिस को सौंपने की चर्चा है। मुख्य आरोपी सत्यनारायण की गिरफ्तारी के दौरान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें पुलिस के दो कॉन्स्टेबल महंत सत्यनारायण को बाइक पर बैठाकर आते हुए दिख रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि महंत सत्यनारायण को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा है।
बता दें कि, बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से दुष्कर्म की रूह कपा देने वाली घटना सामने आई थी। यहां एक 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका से गैंगरेप किया गया था और इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य वारदात ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। खबरों के अनुसार दरिंदों ने प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी चीज भी डालने की कोशिश की थी। आंगनबाड़ी सहायिका के शरीर के अन्य हिस्सों में भी गम्भीर चोटें आई थी।
इस मामले के शुरूआती दौर में पुलिस का रवैया भी निंदनीय रहा है। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को एसएसपी संकल्प शर्मा ने निलंबित कर दिया है।