अफगानिस्तान की राजधानी काबुल की एक शिया मस्जिद में शुक्रवार को हुए आत्मघाती विसफोट में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई और 100 अन्य घायल हो गए। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। काबुल में सिक्युरिटी एजेंसीज को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यहां ज्यादातर देशों की एम्बेसीज हैं।
चश्मदीदों ने बताया कि घटनास्थल से कम से कम 30 शवों को निकाला गया है. वहीं मलबे में कई और शवों के दबे होने की आशंका है। गृह मंत्रालय के अधिकारी मेजर जनरल अलीमस्त मोमंद ने बताया कि हमलावर पैदल आया था और उसने जमां मस्जिद में खुद को उड़ा दिया। यह मस्जिद दश्ती बार्च इलाके में है।
यह मस्जिद दश्ती बार्च इलाके में है। मस्जिद में बड़ी संख्या में नमाजी जुमे की नमाज के लिए आए थे। किसी संगठन ने फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
आपको बता दे कि इससे पहले कंधार के सैनिक अड्डे पर आतंकी हमला हो गया था। हमले में कम से कम 43 लोगों के मारे जाने की है खबर मिली थी। हमले में 9 सैनिक भी घायल बताए जा रहे थे। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पार्लियामेंट मेंबर खालिद पश्तून ने यह जानकारी दी थी। एक ऑफिशियल के मुताबिक, आतंकियों ने दो कार में सुसाइड बम ब्लास्ट किया था।
जबकि 31 जुलाई को काबुल में इंडियन एंबेसी से करीब 100 मीटर दूर हुए ब्लास्ट में 90 लोगों की मौत हो गई थी। 300 से ज्यादा जख्मी हुए थे। जांच में पता चला था कि इस हमले में करीब 1500 किलो एक्सप्लोसिव का इस्तेमाल किया गया था। यह एक्सप्लोसिव एक टैंकर में लाया गया था।