मुंबई में मूसलाधार बारिश के कारण ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। बारिश की वजह से स्कूल-कॉलेज सब बंद हैं। बच्चों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। देश की आर्थिक राजधानी की रफ्तार थम गई है और लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। सोमवार रात को मूसलाधार बारिश के बाद मंगलवार को भी शहर में बरसात हुई। बारिश से शहर में बने हालात देखकर ही पता चलता है कि कितनी भारी बारिश हुई है।
मुंबई में पिछले चार-पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से अब रत्नागिरी में तवरे डैम (बांध) टूट गया है। इस वजह से डैम के पास बसे करीब सात गांवों में बाढ़ आ गई है और अचानक हुए इस हादसे में गांवों के करीब दो दर्जन लोग गायब बताए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में एलोर-शिरगांव गांव के निकट मंगलवार देर रात हुई इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई और 18 लोग लापता हो गए।
#UPDATE 6 bodies have been recovered so far after Tiware dam in Ratnagiri was breached. Rescue operations continue. #Maharashtra https://t.co/qS1f9dWuTO
— ANI (@ANI) July 3, 2019
पुणे और सिंधुदुर्ग से अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों के अलावा आस-पास के क्षेत्रों के स्वयंसेवी लोगों द्वारा युद्ध स्तर पर बचाव अभियान जारी है। यह बांध साल 2000 में बना था और क्षेत्र के लोगों का दावा है कि उन्होंने दो साल पहले जिला प्रशासन को इसमें पानी रिसने की सूचना दी थी लेकिन इसकी कोई मरम्मत नहीं हुई।
इसके अलावा मुंबई के उत्तरी उपनगर मलाड में भारी बारिश के बाद मंगलवार तड़के एक दीवार ढहने से 23 लोगों की मौत हो गई और 79 लोग घायल हो गए। मलबे में फंसी 15 वर्षीय संचिता को करीब 12 घंटे बाद बाहर निकाला गया लेकिन उसने दम तोड़ दिया। वहीं, मलाड में एक कार में पानी भरने से उसमें फंसे दो लोगों की मौत हो गई। विले पार्ले में एक व्यक्ति को करंट लग गया और उपनगर मुलुंड में दीवार गिरने से एक सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई।
इसके अलावा पुणे के अम्बेगांव इलाके में सोमवार देर रात एक शैक्षणिक संस्थान की दीवार उसके पास बनी अस्थायी झोंपड़ियों पर गिरने से छह श्रमिकों की मौत हो गई। वहीं मंगलवार तड़के ठाणे जिले के कल्याण में एक दीवार गिरने से तीन लोगों की जान चली गई। बुलढाणा जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 52 वर्षीय महिला की मौत हो गई।
खराब मौसम के चलते मुंबई के ‘छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर 54 विमानों को दूसरी जगह भेजना पड़ा और 52 उड़ानें रद्द कर दी गईं। बता दें कि महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्से में पिछले पांच दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है, और मंगलवार को प्रदेश भर में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई।