दिल्ली विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक बयानबाजी भी तेज होती जा रही है। इस बीच, एक बार फिर से दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ट्विटर पर आमने-सामने आ गए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार (21 जनवरी) को कहा कि विपक्षी दलों का उद्देश्य आगामी चुनाव में उन्हें हराना है लेकिन उनका उद्देश्य भ्रष्टाचार को हराना और दिल्ली को आगे ले जाना है। सीएम केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘‘एक तरफ़ हैं भाजपा, जद(यू), लोजपा, जजपा, कांग्रेस और राजद। दूसरी ओर है स्कूल, अस्पताल, पानी, बिजली, महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा, दिल्ली की जनता। मेरा मक़सद है- भ्रष्टाचार को हराना और दिल्ली को आगे ले जाना। लेकिन उनका उद्देश्य है मुझे हराना।”
अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने लिखा, “एक तरफ़-टूटी सड़कें, गंदा जहरीला पानी, एक नया स्कूल नहीं, एक नया अस्पताल नहीं, अस्पतालों में ऑपरेशन थियेटर बंद, एक भी इलेक्ट्रिक बस नहीं। सब करप्शन से लड़ने वालों को पार्टी से निकाला। कांग्रेस से गठबंधन कर डाला। 70 वादों पर AAP फेल रही। दूसरी तरफ़-भाजपा सबका साथ सबका विकास।”
एक तरफ़-टूटी सड़के,गंदा ज़हरीला पानी,एक नया स्कूल नहीं,एक नया अस्पताल नहीं,अस्पतालों में ऑपरेशन थीयटर बंद,एक भी इलेक्ट्रिक बस नहीं
सब करप्शन से लड़ने वालों को पार्टी से निकाला.कांग्रिस से घटबंधन कर डाला
70वायदों में #failरहेAapदूसरी तरफ़-भाजपा सबका साथ सबका विकास #DelhiWithBJP https://t.co/GwVtgr3ELx
— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) January 21, 2020
गौरतलब है कि, भाजपा, जद(यू), लोजपा, कांग्रेस और राजद दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं। भाजपा ने जद(यू) और लोजपा से गठबंधन किया है तो वहीं कांग्रेस और राजद गठबंधन में हैं। बता दें कि, दिल्ली में आठ फरवरी को मतदान होगा और परिणाम 11 फरवरी को घोषित होंगे।
दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है।हालांकि, कांग्रेस की स्थिति भी पिछले चुनाव के मुकाबले मज़बूत लग रही है। 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) को रिकॉर्ड जीत मिली थी, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर जीत प्राप्त की थी और 3 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई थी, कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
हालांकि, 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत हुई थी और वोट प्रतिशत के लिहाज से कांग्रेस दूसरे नंबर पर पहुंच गई थी जबकि आम आदमी पार्टी (आप) तीसरे नंबर पर खिसक गई थी।