केंद्रीय वित्त मत्री अरुण जेटली मंगलवार (24 अक्टूबर) शाम चार बजे अर्थव्यवस्था से जुड़ी कुछ अहम घोषणा कर सकते हैं। हालांकि इस संबंध में अभी तक वित्त मंत्रालय या अरुण जेटली की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से तैर रही है। प्रमुख हिंदी अखबार दैनिक जागरण के एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी गई है।पत्रकार के इस ट्वीट को दैनिक जागरण ने रीट्वीट भी किया है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है इस घोषणा के दौरान वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) स्लैब में कटौती की जा सकती है। दरअसल, पिछले दिनों वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बात के संकेत दिए थे। जेटली ने इसी महीने 1 अक्टूबर को संकेत दिए थे कि राजस्व बढ़ने के बाद माल एवं सेवा कर (जीएसटी) स्लैब में कटौती की जा सकती है।फरीदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान वित्त मंत्री ने कहा था कि कर की दरों में भी सुधार की गुंजाइश है और छोटे करदाताओं को राहत दी जा सकती है। उन्होंने कहा था कि जीएसटी के तहत राजस्व का पर्याप्त स्तर पाने के बाद बड़े सुधारों के बारे में सोचा जा सकता है और अनुपालन का बोझ कम किया जा सकता है।
जेटली ने कहा था कि हमारे पास इसमें दिन के हिसाब से सुधार करने की गुंजाइश है। हमारे पास सुधार की गुंजाइश है और अनुपालन का बोझ कम किया जा सकता है। खासकर छोटे करदाताओं के मामले में। बता दें कि अभी वस्तुओं और सेवाओं को 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के स्लैब्स में बांटा गया है।