मुकेश अंबानी के News18 का कर्मचारी अमन चोपड़ा एक बार फिर फर्जी खबर फैलाते हुए पकड़ा गया है। इस मर्तबा चोपड़ा को राजस्थान के अलवर जिले में एक 300 साल पुराने मंदिर को तोड़े जाने पर ग़लत दवा करते हुए पाया गया। सोशल मीडिया यूज़र्स का गुस्सा ट्विटर पर फूटा जहाँ #ArrestAmanChopra ट्रेंड कर रहा है। गुस्साए सोशल मीडिया यूज़र्स ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार से समाज में नफरत फैलाने और मुकेश अंबानी के टीवी चैनल का उपयोग करने के लिए अमन चोपड़ा को दंडित की मांग की है।
दरअसल अलवर जिले में भाजपा द्वारा संचालित निकाय के इशारे पर एक 300 साल पुराने मंदिर को गिराया गया था। इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चोपड़ा ने मुकेश अम्बानी के टीवी चैनल पर कहा कि यह कदम दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में एक मस्जिद के आंशिक विध्वंस का बदला लेने के लिए उठाया गया था । उसने अपने टीवी चैनल पर कहा, “जहांगीरपुरी का बदला महादेव पर हमला।” कृपया मेरी बात ध्यान से सुनियेगा, जो मैं कहने जा रहा हूं। ”
चोपड़ा ने फेक न्यूज़ पर आधारित अपनी हेट स्पीच को जारी रखते हुए अलवर में मंदिर के विध्वंस को दिल्ली के जहांगीरपुरी के घटनाक्रम से जोड़ने की ज़बरदस्त कोशिश की। उसने आगे कहा,कहा, “क्या यह इतना बड़ा संयोग है? दो दिन पहले जहांगीरपुरी में एक मस्जिद के गेट पर बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया था और आज राजस्थान के अलवर में तीन मंदिरों को तोड़ा गया। एक मंदिर 300 साल पुराना था। क्या यह जहांगीरपुरी का बदला है क्या? ”
चोपड़ा ने अपनी हेट स्पीच के माध्यम से दिल्ली में भाजपा शासित नगर निगम द्वारा मुस्लिम घरों, दुकानों और मस्जिदों के विध्वंस अभियान को अलवर में मंदिर गिराए जाने के साथ जोड़ने का प्रयास किया। ऐसा लगता है कि उसने जानबूझकर इस तथ्य को नजरअंदाज किया कि अलवर में भाजपा द्वारा संचालित नगरपालिका के आदेश पर मंदिर को गिराया गया था।
राजस्थान शहरी विकास और आवास विभाग मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, “यह उनका (नगर परिषद का) निर्णय था। राज्य सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने कभी भी सरकार से कोई निर्देश नहीं मांगा और उन्हें कभी हमसे कोई निर्देश नहीं मिला।” एनडीटीवी का कहना है।
चोपड़ा ने ‘अलवर का औरंगजेब कौन है’ पूछकर मंदिर के विध्वंस के लिए मुस्लिम समुदाय को दोषी ठहराने और उनके खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने का एक खतरनाक प्रयास किया।
जैसी कि उम्मीद थी, नाराज ट्विटर यूजर्स ने सोशल मीडिया पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार से चोपड़ा को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। कई लोगों ने याद दिलाया कि कैसे गुजरात के दलित विधायक जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ट्वीट करने के लिए गिरफ्तार किया था।
Name – Aman Chopra
Media – News18IndiaCrime – Spreading Fake News and Instigating Communal riot in Rajasthan.#ArrestAmanChopra pic.twitter.com/iU0rOTbjmj
— Bole Bharat (@bole_bharat) April 23, 2022
Aman khooda after deleting his tweets: pic.twitter.com/FPvBLLdPb2
— ???? ?????? (@RheaParody) April 23, 2022
*le Aman chopra after seeing #ArrestAmanChopra trend. pic.twitter.com/AnlqvGH8zA
— ڈاکٹر خطرہ Dr khatra? (@dumbitpatra12) April 23, 2022
Chaman Chopra hate factory !?#ArrestAmanChopra pic.twitter.com/jArxP3bo4B
— Thanos Pandit 2.0™ (@thanos_panditji) April 23, 2022
Here is the proof in video. Use @IYCLegalCell @srinivasiyc !
Make sure that no apology will be accepted this time bcz he did it deliberately assuming that we are weak. Show our strength to BnDs.#ArrestAmanChopra @ashokgehlot51 @SachinPilot ?? https://t.co/sHRsUKYPTH
— Shantanu (@shaandelhite) April 23, 2022
BJP municipal board did the demolition of Shiv Temple in Rajasthan.
Now BJP dalal anchor @AmanChopra_ is trying to instigate communal riot in Rajasthan.@ashokgehlot51 ji , @PoliceRajasthan
Can we expect action on Aman Chopra?#ArrestAmanChopra pic.twitter.com/U50pWUjupV
— Harmeet Kaur (@iamharmeetK) April 23, 2022
BJP municipal board did the demolition of Shiv Temple in Rajasthan.
I request @PoliceRajasthan & @ashokgehlot51
to Arrest BJP’s dalal anchor Aman Chopra, who tried to incite riots in Rajasthan by running fake news.#ArrestAmanChopra pic.twitter.com/08DZ65Lp0P— ROFL_ENGineer? (@ROFL_ENGineer7) April 23, 2022