अंग्रेजी डिबेट को बंगाली भाषी पैनलिस्टों द्वारा हाइजैक करने के बाद अर्नब गोस्वामी पर लगा BJP के पैसे से रिपब्लिक टीवी चलाने का आरोप, देखें वीडियो

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लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हिंसा की घटनाएं और कुछ इलाकों में ईवीएम में खराबी की घटनाओं के बीच सोमवार (29 अप्रैल) को नौ राज्यों की 72 संसदीय सीटों पर हुए चुनाव में 64 फीसदी मतदान हुआ। पश्चिम बंगाल में आठ सीटों पर सर्वाधिक 76.66 फीसदी मतदान हुआ, जहां बीरभूम सीट के नानूर, रामपुरहाट, नलहटी और सूरी इलाकों में प्रतिद्वंद्वी दलों के समर्थकों के बीच हुए संघर्ष में कई लोग जख्मी हो गए।

बरबनी में आसनसोल से बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के गाड़ी में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की जबकि दुबराजपुर इलाके में केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों ने उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं, जिन्होंने मोबाइल फोन के साथ मतदान केंद्रों के अंदर जाने से रोके जाने पर सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया था।

बंगाल में हुई हिंसा को अर्नब गोस्वामी के रिपब्लिक टीवी पर प्रमुखता से दिखाया गया। चैनल के सह-संस्थापक ने अपने प्राइम टाइम शो द डिबेट पर लगभग एक घंटे तक समर्पित किया। हालांकि डिबेट के दौरान एक पैनलिस्ट द्वारा अर्नब गोस्वामी पर बीजेपी के पैसे से चैनल चलाने का आरोप लगाने के बाद बवाल बढ़ गया। दरअसल, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को संबोधित करते हुए एक पैनलिस्ट गर्ग ने कहा कि यह यह आपका चैनल है, आपकी पार्टी और आपका पैसा है।

बता दें कि गोस्वामी ने 2017 में बीजेपी के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर की मदद से रिपब्लिक टीवी की स्थापना की थी। गर्ग को इस बात का आभास था कि गोस्वामी और सुप्रियो दोनों ही बहस के दौरान उन्हें बोलने नहीं देंगे। वह बहस के दौरान शिकायत करते रहे और यहां तक ​​कि अपना तर्क देने के लिए बंगाली में चले गए। डिबेट के दौरान जब एक बार अंग्रेजी बहस बंगाली में तब्दील हो गई तो गोस्वामी ने यह कहते हुए हस्तक्षेप किया कि वह भी बंगाली बोल सकते हैं, लेकिन यह बहस अंग्रेजी में पश्चिम बंगाल से परे व्यापक दर्शकों के लिए आयोजित की जाती है।

देखते ही देखते डिबेट में जल्द ही ‘तुलसी की पत्ता’ का एक संदर्भ लाया गया जब गर्ग ने सुप्रियो और उनकी पार्टी पर गुंडों को अपनी पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मंत्री (बाबुल सुप्रियो) नागरिकों से डरते हैं, बीजेपी बंगालियों से डरती है। गर्ग ने बीजेपी पर पार्टी में माफियाओं को नियुक्त करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें (बीजेपी) लखन सेठ मिल गए, उन्होंने अर्जुन सिंह को बीजेपी में माफिया बना दिया। बाबुल सुप्रियो से पूछें कि क्या लखन सिंह और अर्जुन सिंह संत हैं?

सुप्रियो ने व्यंग्यात्मक तरीके से जवाब देते हुए कहा कि इतने सालों तक, अर्जुन सिंह आपके शहीद थे। गर्ग ने बंगाली में  पूछा कि क्या अर्जुन सिंह एक धुले हुए तुलसी के पत्ते की तरह हैं? इस पर सुप्रियो ने जवाब देते हुए कहा कि गर्ग आपके इस सवाल का कोई मतलब नहीं है। कोई भी तुलसी के पत्ते की तरह नहीं है। उन्होंने कहा कि अर्नब आपको खुशी होनी चाहिए क्योंकि आप अपनी खुद की आवाज सुनना पसंद करते हैं। उनकी टिप्पणियों ने गोस्वामी के चेहरे पर एक दुर्लभ मुस्कान ला दी।

बहस में विवेक सुनिश्चित करने में असमर्थता को लेकर, गोस्वामी ने यह कहते हुए शो को समाप्त करने का फैसला किया कि ममता बनर्जी को लोगों से डरना नहीं चाहिए। बता दें कि मतदान अधिकारियों के साथ बहस करने के लिए सुप्रियो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी ने राज्य में एक-दूसरे के मतदाताओं को धमकी देने के आरोप लगाए जहां केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाए जाने के बावजूद पिछले तीनों चरणों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं।

यहां क्लिक कर देखें पूरा डिबेट

 

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