अमित शाह के करीबी दोस्तों को पहले से ही नोटबंदी की जानकारी के बारें में मालूम था। ये आरोप लगाए है उनके ही राजनीतिक गुरु ने, इन आरोपों के खुलासे के बाद से राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो चुकी है और इससे नोटबंदी को लेकर केन्द्र सरकार की मंशा का पता चलता है।
इसके लिए उन्होंने जो पत्र प्रधानमंत्री को सम्बोंधित किया है वो अब वायरल हो चुका है। इसमें एक नागरिक के तौर पर सूचना दी गई है।
इस पत्र में ओझा ने अपने दावें को साबित करने के लिए एक वीडियों का होना बताया है। जो उनके पास मौजूद है। आपको बता दे कि ओझा गुजरात के हाईकोर्ट में सीनियर ऐडवोकेट है।
उन्होंने लिखा है कि मेरे पास एक वीडियों रिकाॅर्डडिंग है जिससे इस बात के स्पष्ट प्रमाण मिल जाते है कि अमित शाह से जुड़े उनके करीबी और दोस्त 8 नवंबर से चला रहे है नोट बदलने का एक्सचेंज बिजनेस और सभी सहयोगी इस रूपये बदलने के कारोबार में लगे हुए है।
उन्होंने लिखा है कि एक बड़ी कतार इनके घर और दफ्तर के बाहर लगी हुई है। जो काले को सफेद में बदलने का काम रही है। उनके दफ्तर के बाहर इस काम को 37 प्रतिशत की रियातती दरों पर किया जा रहा है। 1 करोड़ के लिए किसी पहचान पत्र की आवश्यता यहां नहीं पड़ती है। 1 करोड़ से भरे हुए बैग के बदले आपको यहां से 63 लाख का बैग मिल जाता है।
ओझा पूर्व भाजपा विधायक भी है जो जुलाई में आम आदमी में शामिल हो गए थे।
जो पत्र उन्होंने प्रधानमंत्री को प्रेषित किया है, पूरी चिट्ठी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें