दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी स्कूलों को देखने का चैलेंज दिया तो भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के सांसदों को स्कूलों के निरीक्षण के लिए भेज दिया। सांसदों ने स्कूलों का औचक जायजा लिया तो कई तरह की समस्याएं सामने आईं। भाजपा ने स्कूलों के दौरे का वीडियो जारी कर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए शिक्षा व्यवस्था में सुधार के दावे को बेबुनियाद बताया है।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार (28 जनवरी) को ट्वीट किया, “अरविंद केजरीवाल जी आपने मुझे दिल्ली सरकार द्वारा संचालित स्कूल देखने के लिए बुलाया था। कल दिल्ली भाजपा के आठों सांसद अलग-अलग स्कूल में गए और देखिए इनका क्या हाल है… इनकी बदहाली ने आपकी ‘शिक्षा की क्रांति’ के दावों की पोल खोल दी। अब आपको दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा।”
अरविंद केजरीवाल जी आपने मुझे दिल्ली सरकार द्वारा संचालित स्कूल देखने के लिए बुलाया था। कल दिल्ली भाजपा के आठों सांसद अलग-अलग स्कूल में गए और देखिए इनका क्या हाल है…
इनकी बदहाली ने आपकी ‘शिक्षा की क्रांति’ के दावों की पोल खोल दी।
अब आपको दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा… pic.twitter.com/gjzgaix2rA
— Amit Shah (@AmitShah) January 28, 2020
दरअसल, सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों प्रेस कान्फ्रेंस कर अमित शाह पर शिक्षा के नाम पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था, “मैं अपने सारे अपाइंटमेंट कैंसिल कर खुद अमित शाह को सरकारी स्कूल दिखाने के लिए तैयार हूं मगर वह स्कूलों में पढ़ने वाले 16 लाख बच्चों का अपमान न करें।” केजरीवाल के इस चैलेंज को स्वीकार करते हुए अमित शाह ने सोमवार को दिल्ली के सभी सांसदों से कहा कि वे स्कूलों में जाकर असलियत उजागर करें।
राज्यसभा सांसद विजय गोयल सहित भाजपा के अन्य सात लोकसभा सांसदों ने सोमवार को अलग-अलग स्कूलों का दौरा किया और वहां की बदहालियों को उजागर करने के लिए वीडियो भी बनाया। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने खजूरी खास स्थित राजकीय बाल बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया। यहां बच्चों ने शिक्षकों के समय से न आने के साथ ही स्कूल में गंदे पानी की सप्लाई की शिकायत की।
राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने मुस्तफाबाद के सरकारी स्कूल का दौरा किया। इस स्कूल में कई वर्ष से प्रिंसिपल न होने की बात सामने आई। उन्होंने स्कूल की तस्वीरें जारी कर कहा, “दिल्ली सरकार स्कूलों को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, मुस्तफाबाद स्कूल की फोटो आपके सामने है। 2000 बच्चे एक स्कूल में पढ़ रहे हैं, जगह न होने के कारण स्कूल बड़ी मुश्किल से चार पालियों में चल रहा है। केवल 2-2 घंटों की शिफ्ट में बच्चे पढ़ रहे हैं और वर्षों से स्कूल में प्रिंसिपल नहीं है।”
सांसद प्रवेश वर्मा ने सर्वोदय स्कूल मटियाला का निरीक्षण किया तो यहां का भवन जर्जर मिला। लोगों ने शिकायत की कि पीडब्ल्यूडी के नोटिस के बावजूद जर्जर भवन में स्कूल संचालित किया जा रहा है। जबकि यह भवन कभी भी जमींदोज हो सकता है। इसी तरह केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने प्रेम नगर के राजकीय बाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रमेश बिधूड़ी ने रेलवे कॉलोनी तुगलकाबाद, सांसद मीनाक्षी लेखी ने पटेलनगर सरकारी स्कूल का तो वहीं गौतम गंभीर ने राजकीय माध्यमिक स्कूल खिचड़ीपुर का जायजा लेकर बदहालियों को उजागर किया।
भाजपा के सभी सांसदों ने स्कूलों में बच्चों, शिक्षकों से बातचीत और भवन का वीडियो जारी कर केजरीवाल के इस दावे पर सवाल उठाया है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने सरकारी स्कूलों की हालत बेहतर की है। बता दें कि, दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर आठ फरवरी को मतदान होगा और 11 फरवरी को मतगणना होनी है। दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है। हालांकि, कांग्रेस की स्थिति भी पिछले चुनाव के मुकाबले मज़बूत लग रही है। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)