उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नाका इलाके में शुक्रवार को हिन्दू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े हुई हत्या ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में हिरासत में लिए गए तीनों लोगों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने बताया है कि पुलिस टीम ने पांच लोगों को हिरासत में लिया था, जिसमें दो को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। तीन लोग पुलिस की हिरासत में हैं। इनके नाम हैं, रशीद अहमद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और फैजान। यूपी और गुजरात पुलिस की संयुक्त टीम ने मामले को सुलझा लेने का दावा किया है।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, गुजरात ATS के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने बताया कि कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में हिरासत में लिए गए तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
#WATCH Surat: CCTV footage of the three accused in #KamleshTiwari murder case being picked up by the Gujarat Anti-Terrorism Squad (ATS). pic.twitter.com/mEyxFNk2zQ
— ANI (@ANI) October 19, 2019
Himanshu Shukla, DIG Gujarat Anti-Terrorism Squad (ATS) on #KamleshTiwariMurder: All three that were detained have confessed to the crime. pic.twitter.com/5yw3S9UqIV
— ANI (@ANI) October 19, 2019
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, ‘सूचनाएं और सुराग मिलने के बाद शुक्रवार को ही छोटी-छोटी टीमों को गठित किया गया था। हमारी टीम ने छानबीन में पाया कि घटना के तार गुजरात से जुड़े हुए हैं। मिठाई के डिब्बे से जो सुराग मिले उसके बाद मैंने स्वयं गुजरात के डीजीपी से बात की और महत्वपूर्ण सूचनाओं को हासिल करना शुरू किया। मिठाई का डिब्बा सूरत जिले की जिस दुकान से संबंधित था, वहां के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज की छानबीन से एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की गई।’
मुस्लिम समुदाय और इसके पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी के चलते पहली बार 2015 में सुर्खियों में आये तिवारी (45) की कल लखनऊ के खुर्शीदबाग स्थित उनके कार्यालय में बेरहमी से दो अज्ञात लोगों ने गला रेत कर और गोली मार कर हत्या कर दी थी।
बता दें कि, लखनऊ के घनी आबादी वाले नाका हिंडोला इलाके में शुक्रवार को हिन्दू समाज पार्टी के नेता की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। कमलेश तिवारी की उनके ऑफिस में गला रेतकर हत्या कर दी गई, गला रेतने से पहले उन्हें गोली भी मारी गई थी। वारदात को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए। कमलेश तिवारी की हत्या के बाद बवाल बढ़ता जा रहा है। यहां पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। मामले की गंभीरता को देखते हुए यूपी सरकार ने लखनऊ के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) एस. के. भगत की अगुआई में 3 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।
कमलेश तिवारी से नाका के खुर्शीद बाग स्थित ऑफिस में दो लोग मिलने आए थे। ये दोनों मिठाई का डिब्बा लिए हुए थे जिसमें चाकू और असलहा था। बताया जा रहा है कि दोनों ने कमलेश तिवारी से मुलाकात की। बातचीत के दौरान दोनों बदमाशों ने कमलेश के साथ चाय भी पी। इसके बाद उनपर गोली चलाई लेकिन लगी नहीं। इसके बाद बदमाशों ने कमलेश का गला रेत दिया और शरीर पर भी कई वार किए। जिसके बाद कमलेश को आनन-फानन में ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।