भावुक मुलायम सिंह यादव का गला भर आया तो सीएम अखिलेश यादव ने माइक थामा लेकिन वह भी भावुक हो गए और इतना ही कहा कि मेरे तथा नेताजी के खिलाफ साजिश हो रही है। मैं इसपर तो बड़ा एक्शन लूंगा, अगर नेताजी कहें तो मैं मुख्यमंत्री पद छोडऩे तो तैयार हूं। मुलायम सिंह की ओर मुखातिब होकर उन्होंने कहा कि नेताजी मुझे हटना हो तो हटा दो।
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर नेता जी मुझे कहते तो मैं इस्तीफ़ा दे देता। इस पार्टी में मेरा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि यह सब जो हुआ और हो रहा है कि इससे हमारी छवि ख़राब हुई है। उन्होंने कहा कि अमर सिंह का बयान आहत करने वाला था।
अखिलेश यादव ने कहा, नेताजी का संघर्ष हर कोई जानता है. दुनियाभर के लोग उनके बारे में जानते हैं. अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं से कहा, हमारे तमाम साथी सरकार को आगे बढ़ाने का काम करें।
अखिलेश यादव ने फिर साफ कहा कि पार्टी में मेरे खिलाफ साजिश चल रही है तो मैंने फैसला ले लिया. अखिलेश यादव ने खुलासा किया कि मेरे पास फोन आया तब मैंने गायत्री और राज किशोर को हटाया. अखिलेश यादव ने कहा, मैंने रामगोपाल जी से नहीं पूछा कि किसी को हटाऊंगा की नहीं हटाऊंगा। आप मुझे कह देते है जाओ, इस्तीफा दे दो मैं हट जाता।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा, मुझे कहा गया सिंघल को हटा दो, मैंने हटा दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि चाचा ने इस्तीफा देने की बात की तो आपने कहा कि पार्टी की ऐसी तैसी हो जायेगी। तीन घंटे अमर सिंह आपके पास बैठा था। मुझे हटाना है तो हटा दो लेकिन बाहर का आदमी यहां नहीं होना चाहिए।
दरअसल, मुलायम सिंह यादव ने बैठक बुलाई है, जिसमें अखिलेश यादव समेत सभी सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायकों, एमएलसी को इस बैठक में बुलाया गया है। इससे पूर्व सपा में जारी संग्राम के बीच सपा कार्यालय के बाहर अखिलेश और शिवपाल समर्थक आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों से अपने-अपने नेताओं के लिए नारेबाज़ी हुई। समर्थकों के बीच हाथापाई भी हुई है. पुलिस ने समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग किया।