इन विधानसभा चुनावों मे बीजेपी की भारी जीत को मोदी मैजिक माना जा रहा है। लेकिन कई सारे आंकड़े अलग-अलग तरह की कहानी बता रहे है। असदउद्दीन औवेसी वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) को चार सीटों पर बीजेपी को जिताने का जिम्मेदार माना जा रहा हैं।
यूपी के कांठ, टांडा, घनसेरी और श्रावस्ती की सीटें पर जो आंकड़ा सामने आया है वहां बीजेपी की सीट का निकलना नामुमकिन था। लेकिन AIMIM के प्रत्याक्षी के कारण ये सम्भव हो सका।
कांठ से बीजेपी के आर के सिंह के खाते में 76307 वोट आई जबकि समाजवादी के अनीसउर्मान को 73959 वोट मिले जबकि यहीं पर AIMIM के फजिउल्लाह को 22908 वोट मिलें।
जबकि टांडा की सीट पर बीजेपी की संजू देवी को 74768 वोट मिले और समाजवादी के अजीमूल हक पहलवान को 73043 वोट पड़े। यहां पर AIMIM के इरफान पठान को केवल 2070 वोट मिलें। बीजेपी की संजू देवी मामूली अंतर से जीत गई। इरफान पठान को मिले वोटों के अंतर ने बीजेपी को टांठा में कामयाबी दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
इसके अलावा यूपी के घनसेरी में बीजेपी के एस कुमार सिंह को 55716 वोट मिलें और बसपा के अलाउद्दीन को 53413 वोट मिलें जबकि के मजूंर आलम को केवल 3160 वोट मिलें। यहां भी वोटों का अंतर दिखाता है कि AIMIM के प्रत्याक्षी के कारण बीजेपी का प्रत्याक्षी बढ़त बनाने में कामयाब रहा।
इसके अलावा यूपी के श्रावस्ती में बीजेपी के राम फेरन को 79437 वोट मिलें जबकि समाजवादी के मौ रमजान को 78992 वोट मिलें जबकि AIMIM के कलीम को 2933 वोट मिलें। इन सभी सीटों पर बहुत कम अंतर दिखा बीजेपी के प्रत्याक्षी को जीत दिलाने में।