ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू, कांग्रेस ने पूर्व विधायक सहित 8 को दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता

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कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के खिलाफ कांग्रेस में कार्रवाई करनी शुरू हो गई है। देवास जिले के 8 नेताओं को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया है। इनमें पूर्व विधायक और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हुए मनोज चौधरी के परिवार के लोग भी शामिल हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया
फाइल फोटो

निष्कासित किए गए नेताओं में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण सिंह चौधरी भी शामिल हैं जो मनोज चौधरी के पिता हैं। नारायण चौधरी खातेगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। बाद में पार्टी से बगावत कर उन्होंने हाटपिपल्या से निर्दलीय भी चुनाव लड़ा था। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिंधिया कोटे से इनके पुत्र मनोज चौधरी को टिकट दिया था। चौधरी ने भाजपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री दीपक जोशी को पराजित किया था। नारायण सिंह चौधरी के साथ मनोज चौधरी के भाई बलराम चौधरी और राम कलाबाई चौधरी को भी पार्टी से बाहर कर दिया गया है। राम कलाबाई चौधरी जिला पंचायत की पूर्व सदस्य रह चुकी हैं।

महाराज के समर्थक पूर्व विधायक गणपत पटेल बीजेपी के विधायक रह चुके हैं। वे बाद में कांग्रेस में आ गए थे। उन्हें भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष गीता थोरी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलराम थोरी और देवास में महाराज के कट्टर समर्थक हरीश देवलिया और राजेंद्र पंचोली को भी निष्कासित कर दिया गया है।

देवास जिले के पार्टी संगठन में सिंधिया-समर्थक और कई नेता हैं, लेकिन अभी तक केवल 8 सदस्यों के खिलाफ की कार्रवाई की गई है। इन सभी को पार्टी विरोधी गतिविधियों और भाजपा में शामिल होने के कारण तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया गया है। जिला अध्यक्ष श्याम होलानी की अनुशंसा पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री राजीव सिंह ने यह कार्रवाई की है।

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