मालेगांव बम धमाकों की आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था कि गुजरात के सूरत से एक विवाद सामने आया है। सूरत के लिंबायत इलाके में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का कथित तौर पर जन्मदिन मनाया गया जिसके बाद नाथूराम गोडसे को लेकर एक बार फिर नया विवाद शुरू हुआ है। गोडसे का जन्मदिन मानने के आरोप में हिंदू महासभा के छह कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सूरत के लिंबायत इलाके में स्थित एक मंदिर में रविवार को गोडसे का जन्मदिन मनाने के आरोप में हिंदू महासभा के छह कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। सूरत पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने अखबार को बताया कि हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने शहर के लिंबायत इलाके में सूर्यमुखी हनुमान मंदिर के परिसर में जश्न मनाया जिसके बाद उन्हें सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
शर्मा ने कहा कि गोडसे के जन्मदिन के समारोह में इन हिंदू महासभा के सदस्यों ने मंदिर परिसर में गोडसे की तस्वीर के सामने दिए जलाए, मिठाइयां बांटी और भजन गाए। यहां तक कि उन्होंने कार्यक्रम की वीडियो बनाई और तस्वीरें ली।गोडसे का जन्म 19 मई 1910 को पुणे जिले के बारामती में हुआ था जो उस समय बंबई प्रेजीडेंसी का हिस्सा था। गोडसे ने 30 जनवरी, 1948 को दिल्ली में महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाद में उसको फांसी दे दी गई थी।
पीटीआई के मुताबिक, सूरत पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा, ‘गांधी जी की हत्या करने वाले गोडसे के जन्मदिन का जश्न मनाने की उनकी हरकत से नागरिकों की भावनाएं काफी आहत हुई। यह लोगों को भड़काने और शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश है।’ अधिकारियों ने बताया कि इन छह लोगों को आईपीसी की धारा 153, 153ए और 153बी के तहत गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की पहचान हिरेन मशरू, वला भारवाड, वीराल माल्वी, हितेश सुनार, योगेश पटेल और मनीष कलाल के रूप में की है।
प्रज्ञा ठाकुर बता चुकी हैं ‘देशभक्त’
बता दें कि अभी हाल ही में मालेगांव बम धमाकों की आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर काफी विवाद हुआ था। साध्वी प्रज्ञा ने कुछ दिन पहले एक सवाल के जवाब में कहा था कि महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे सबसे बड़े देशभक्त थे और जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं, वे अपने गिरेबां में झांककर देखें। हालांकि उनके बयान से भाजपा ने पल्ला झाड़ लिया था और विवाद बढ़ता देख प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान पर माफी मांग ली थी।