महाराष्ट्र में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों के बीच विपक्ष के चार विधायकों ने मंगलवार (30 जुलाई) को इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के विधायक कालिदास कोलाम्बकर और राकांपा के विधायक शिवेन्द्र सिंह भोसले, वैभव पिचाड और संदीप नाइक ने अपने इस्तीफे दक्षिण मुंबई में स्थित विधान भवन में स्पीकर हरिभाऊ बागड़े को सौंपे। बागड़े को ये चारों इस्तीफे अलग-अलग सौंपे गए।
कालिदास कोलाम्बकर मुंबई से सात बार विधायक रह चुके हैं। वहीं, राकांपा के विधायक शिवेन्द्र सिंह भोसले ने 2014 में सतारा विधानसभा सीट से चुनाव 47,813 मतों से जीता था। सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि चारों विधायक कल यानी बुधवार को भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि यह विपक्षी पार्टियों के लिए एक बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
#Maharashtra: NCP's Vaibhav Pichad and Kalidas Kolambkar (who resigned from the MLA post & membership of Congress yesterday) submit their resignations from Assembly to Speaker of Maharashtra Legislative Assembly, Haribhau Bagade. pic.twitter.com/vsuu9Zgxcj
— ANI (@ANI) July 30, 2019
BJP के समर्थक में हैं कांग्रेस-एनसीपी के 50 से अधिक विधायक
बता दें कि महाराष्ट्र में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले फडणवीस सरकार के मंत्री और भाजपा नेता ने दावा किया है कि कांग्रेस और एनसीपी के 50 से अधिक विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने रविवार को दावा किया कि चुनाव से पहले अपना पाला बदलने के लिए कांग्रेस और राकांपा के कम से कम 50 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं।
NCP MLA from Navi Mumbai, Sandeep Naik has submitted his resignation to Speaker of Maharashtra Legislative Assembly, Haribhau Bagade. pic.twitter.com/MiwMutKVxv
— ANI (@ANI) July 30, 2019
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, महाजन ने कहा, ‘कांग्रेस और राकांपा के करीब 50 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। राकांपा की वरिष्ठ नेता चित्रा वाघ ने एक महीने पहले भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताते हुए दावा किया था कि उनका अपनी मूल पार्टी (राकांपा) में कोई भविष्य नहीं है। उन्होंने कहा, ‘विधायक अनुरोध कर रहे हैं कि वे विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। कांग्रेस लड़खड़ा रही है और अगले कुछ हफ्तों में, राकांपा कमजोर दिखेगी।’
महाजन ने शरद पवार के इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि भाजपा कांग्रेस और राकांपा को हराने के लिए उनके नेताओं के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। महाजन का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कई नेता हाल ही में पार्टी छोड़ चुके हैं।