श्रीनगर को छोड़कर पूरी कश्मीर घाटी से हटाया गया कर्फ्यू

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श्रीनगर के छह पुलिस थानों को छोड़कर शेष पूरे कश्मीर से आज स्थिति में सुधार आने के बाद कफ्र्यू हटा लिया गया। हालांकि घाटी में 74वें दिन भी आज जनजीवन बाधित है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर के निचले इलाके के पांच पुलिस थानों और हरवन थाना क्षेत्र में कफ्र्यू जारी रहेगा, जबकि इसके अलावा कश्मीर घाटी में शेष पूरे इलाके से कफ्र्यू हटा लिया गया है।

उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सुरक्षाबलों की कार्रवाई में एक लड़के की मौत के चौथे दिन बाद आज हरवन पुलिस थाना क्षेत्र में कफ्र्यू लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि कल जिन स्थानों में कफ्र्यू लगाया गया था, वहां स्थिति में सुधार के बाद आज लोगों की आवाजाही से प्रतिबंध हटा लिया गया है।

भाषा की खबर के अनुसार, अधिकारी ने बताया कि सोपोर और सोपियां में कल पथराव की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर पूरी घाटी में स्थिति कुल मिलाकर नियंत्रण में रही और श्रीनगर समेत विभिन्न जिलों और कस्बों में वाहनों और लोगों की आवाजाही भी बढ़ गयी।

उन्होंने बताया कि धारा 144 के तहत घाटी में लोगों के एकत्रित होने पर पर प्रतिबंध जारी है।

हालांकि अलगाववादियों की हड़ताल और प्रतिबंध के कारण घाटी में लगातार 74वें दिन भी जनजीवन प्रभावित है।

घाटी में चल रहे आंदोलन की अगुवाई करने वाले अलगाववादियों ने 22 सितंबर तक के लिए अपना प्रदर्शन बढ़ा दिया है। उन्होंने लोगों से आज महिला दिवस पर भी हड़ताल का समर्थन करने की अपील की है।

अलगाववादियों ने इस पूरे सप्ताह के दौरान हड़ताल से किसी प्रकार की छूट देने की घोषणा नहीं की है।

घाटी में आज भी दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद हैं, जबकि सड़कों से सार्वजनिक वाहन भी नदारद हैं। इसके अलावा विद्यालय, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान भी बंद हैं।

घाटी में कल पोस्टपेट मोबाइल सेवा बहाल कर दी गयी है, जबकि पूरी घाटी के प्रीपेड नंबरों से आउटगोइंग कॉल भी प्रतिबंधित है। मोबाइल सेवा भी बंद हैं।

उल्लेखनीय है कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद आठ जुलाई से जारी अशांति में अभी तक दो सैनिकों समेत कुल 81 लोगों की मौत हो चुकी है।

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