पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद एक बार फिर से आम जनता पर महंगाई की मार पड़नी शुरु हो गई हैं। पेट्रोल और डीजल के दामों में एक बार फिर से बढ़ोतरी होने लगी हैं, जो रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं। पेट्रोल की कीमतों में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गई है। वहीं, डीज़ल की कीमत में मंगलवार को 70 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 99.41 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 100.21 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल की कीमत 90.77 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 91.47 रुपये प्रति लीटर हो गई है। पेट्रोल और डीज़ल की कीमत में अब तक कुल 4.80 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में देश भर में वृद्धि की गई है, लेकिन इनके दाम स्थानीय कर के आधार पर अलग-अलग राज्यों में भिन्न हैं। पेट्रोल तथा डीज़ल की कीमतें रिकॉर्ड 137 दिन तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ाई गई थीं। तब से सातवीं बार कीमतों में वृद्धि की गई है।
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार नवंबर, 2021 से ही पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं। हालांकि, इस अवधि में कच्चे तेल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गई थी।
विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को नतीजे आने के साथ ही पेट्रोल एवं डीजल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन पेट्रोलियम कंपनियों ने कुछ दिन और इंतजार किया। ऐसा कहा जा रहा है कि अब पेट्रालियम विपणन कंपनियां अपने घाटे की भरपाई कर रही हैं। भारत अपनी तेल की जरूरत पूरी करने के लिए आयात पर 85 फीसदी निर्भर है। (इंपुट: भाषा के साथ)
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