कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों की कथित विवादित टिप्पणियों को लेकर सोमवार को पार्टी नेतृत्व से इस पर आत्ममंथन करने का आग्रह किया कि क्या ऐसे लोगों को पार्टी में होना चाहिए जो जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते और जिनका रुझान पाकिस्तान समर्थक है। उन्होंने सिद्धू के दो सलाहकारों प्यारे लाल गर्ग और मलविंदर सिंह माली की कथित टिप्पणियों को लेकर यह बयान दिया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री तिवारी ने ट्वीट किया, ‘मैं कांग्रेस महासचिव एवं पंजाब के प्रभारी हरीश रावत से आग्रह करता हूं कि इसको लेकर गंभीरता से आत्ममंथन करें कि जो जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते और जिनका स्पष्ट रूप से पाकिस्तान समर्थक रुझान है, क्या उन्हें कांग्रेस की पंजाब इकाई का हिस्सा होना चाहिए? यह उन सभी लोगों का मजाक है जिन्होंने भारत के लिए अपना खून बहाया है।’
प्यारे लाल गर्ग ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा की गई पाकिस्तान की आलोचना पर सवाल उठाया था। दूसरी तरफ, माली ने संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के मुद्दे पर बात की थी, जिसके तहत तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर को एक विशेष दर्जा मिला हुआ था। उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि अगर कश्मीर भारत का हिस्सा था तो धारा 370 और 35ए हटाने की क्या जरूरत थी।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इन कथित टिप्पणियों को लेकर रविवार को सिद्धू से कहा कि वह अपने सलाहकारों को काबू में रखें। उन्होंने सिद्धू के दोनों सलाहकारों डा. प्यारे लाल गर्ग और मालविंदर सिंह माली को हिदायत दी थी कि वे प्रदेश प्रधान को सलाह देने तक ही सीमित रहें और संवेदनशील मुद्दों पर बयानबाजी न करें। इन दोनों को सिद्धू ने हाल ही में अपना सलाहकार नियुक्त किया है। (इंपुट: भाषा के साथ)