इस साल के शुरू में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले राज्य के पूर्व मंत्री श्याम प्रसाद मुखर्जी को करीब 10 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बिष्णुपुर से तृणमूल कांग्रेस के पूर्व विधायक जब 2020 में स्थानीय नगर निकाय के अध्यक्ष थे तब ई-निविदा से संबंधित कथित धन गबन और अन्य आरोपों की जांच की गई थी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
बांकुड़ा के पुलिस अधीक्षक धृतिमान सरकार से कहा, “9.91 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता के आरोप की बिष्णुपुर के एसडीपीओ ने जांच की थी। सवालों का संतोषजनक जवाब न देने पर मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया।”
भाजपा नेता को रविवार को बिष्णुपुर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। विष्णुपुर नगर पालिका के चेयरमैन रहे श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 2021 विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ज्वाइन की थी।
भाजपा के बिष्णुपुर संगठन जिलाध्यक्ष सुजीत अगस्ती ने दावा किया कि मुखर्जी राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले भगवा दल में शामिल हुए थे, लेकिन वह सक्रिय नहीं हैं। भाजपा नेता ने पूछा, “उन पर आरोप उस समय के हैं जब वह तृणमूल कांग्रेस में थे। क्या सरकार अब जागी है?”
बता दें कि, वह लंबे समय तक तृणमूल विधायक रहे हैं। इस बार वे चुनाव से पहले शुभेंदु अधिकारी का हाथ थामकर भाजपा में शामिल हुए थे। हालांकि, वह इस बार चुनाव में जीत नहीं सके थे। (इंपुट: भाषा के साथ)