उत्तर प्रदेश की मेरठ पुलिस एक तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई है, जिसकी लोग जमकर आलोचना कर रहे है। वायरल तस्वीर में एक पुलिसकर्मी अपने हाथ में एक दो माह के मासूम बच्चे को बेरहमी से पकड़े हुए दिखाई दे रहा है, जैसे कि वो कोई अपराधी हो। सोशल मीडिया पर ये तस्वीर इतनी तेजी से वायरल हुई कि लोगों ने मेरठ पुलिस को खूब अलोचना की। तस्वीर को लेकर पुलिस पर तमाम सवाल भी उठ रहे हैं। किरकिरी के बाद पुलिस ने अपनी तरफ से सफाई भी पेश कर दी तो वहीं दूसरी तरफ मासूम की मां ने भी सच्चाई बयां की है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बेगमपुल के फुटपाथ पर कुछ लोग रहते हैं। मंगलवार (22 जून) की दोपहर में नशे की स्थिति में कुछ लोग आपस में भिड़ गए, जिसके कारण रास्ता बंद होने लगा, जाम की स्थिति देखकर ट्रैफिक पुलिस ने लड़ाई सुलझाने की कोशिश की। लेकिन आरोपियों ने पुलिस के साथ ही हाथापाई कर दी, यही नहीं महिलाओं ने भी पुलिस पर ईंट पत्थरों से हमला कर दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी के दौरान महिलाओं ने भी जमकर हंगामा किया।
पुलिस ने भीड़ को हटाया और मौके पर मौजूद महिलाओं को भी रास्ते से हटाकर जाम खुलवाया। इसी दौरान पुलिस के एक सिपाही ने एक बच्चे को भी हाथ में लिया जो पत्थर फेंकने वाली महिलाओं में से किसी का था। फोटो में एक दो माह के बच्चे को पुलिसकर्मी ने हाथ से पकड़ कर बेरहमी से उठाया और किनारे कर दिया। इस दौरान बच्चा रोता बिलखता रहा और उसकी मां उसे छोड़ने के लिए कहती रही। लेकिन पुलिसकर्मी का दिल नहीं पसीजा और उसने मासूम को बेरहमी से उठा कर सड़क से दूर कर दिया।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान किसी ने अपने मोबाइल से वीडियो और फोटो ले लिए और बाद में ये सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिए गए। फोटो वायरल होते ही लोग यूपी पुलिस सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई, लोग जमकर आलोचना कर रहे है।
This photo should shame India’s police force. Just shows how brutal Indian cops can be. They don’t spare even an infant!! Disgraceful! pic.twitter.com/iS4UGNR3d4
— Rifat Jawaid (@RifatJawaid) June 23, 2021
सरकार बेऔलादों की,
पुलिस भी बेऔलादों की ??मेरठ , उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/eDxkC0km7c
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) June 23, 2021
उत्तरप्रदेश पुलिस इस तस्वीर को बार-बार देखे और फिर सोचे कि 2 महीनें की बच्ची का क्या कसूर था…!
शर्मनाक हरकत…! pic.twitter.com/Wf2sAczxZ6
— Dheeraj Gurjar (@dgurjarofficial) June 24, 2021
मेरठ में महिला पुलिस नहीं हैं?@meerutpolice ‘परिस्थिति’ का बहाना ना दीजिए।
एक बच्चे को उठाने का ये कोई तरीक़ा नहीं है।
फ़ोटो में महिलाओं के साथ छोटी बच्ची भी दिख रहीं हैं।
यहाँ महिला पुलिसकर्मी क्यों नहीं है?? pic.twitter.com/xRISSrs4Sj
— Radhika Khera (@Radhika_Khera) June 23, 2021
सोशल मीडिया पर ये फोटो तेजी से वायरल हुए तो मामला पुलिस अधिकारियों की नजर में भी आया। अब पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दो पक्षों का झगड़ा था, इनमें से एक पक्ष का छोटा बच्चा वहीं रह गया था। वो पत्थरों में फंसा था और पुलिसकर्मी ने उसे वहां से हटाया। हालांकि, फोटो सोशल मीडिया पर गलत तरीके से वायरल किया गया। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने कहा कि फिर भी इस मामले की पूरी जांच करवाई जाएगी।
वहीं, मामला बढ़ने के बाद पुलिस ने बच्ची की मां को बुलाया। बच्ची की मां साबरवती ने पुलिस ऑफिस में बैठकर मीडिया से कहा, “हमारा नाम साबरवती है। जो कल लड़ाई हुई थी, उसमें दो लोग शराब पीकर लड़ाई कर रहे थे। उसी के बीच में मेरी बच्ची आ गई थी। पुलिस ने मेरी बच्ची की जान बचाई। मेरी बच्ची को कहीं चोट नहीं लगी है। अखबारों में सब झूठ छपा है।”
दिनांक 22.06.2021 को बेगमपुल थाना क्षेत्र लालकुर्ती में बच्चे को उठाने को लेकर वायरल हो रही फोटो के सम्बन्ध में #Meerutpolice द्वारा पत्थरबाजी से बचाने के लिए बच्चे को सड़क से उठाकर सुरक्षित करने के लिए बच्चे की माँ द्वारा #MeerutPolice का धन्यवाद किया गया । pic.twitter.com/YhyQ8kofLz
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) June 23, 2021