एलोपैथी पर अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों में घिरे योग गुरू बाबा रामदेव का एक और वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में रामदेव यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि 1000 से ज्यादा डॉक्टर वैक्सीन की डबल डोज लगाने के बाद मर गए हैं। जो अपने आपको ही नहीं बता पाए वो कैसी डॉक्टरी, इस दौरान वो डॉक्टर शब्द का भी मजाक बनाते हुए नज़र आ रहे है। इस वीडियो के सामने आने के बाद लोग रामदेव की आलोचना करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है, वहीं कुछ लोग कह रहे है रामदेव को इस बयान के लिए जेल में होना चाहिए।

वायरल वीडियो में रामदेव कह रहे है, 1000 डॉक्टर तो वैक्सीन की डबल डोज लगाने के बाद भी मर गए हैं। जो अपने आपको ही नहीं बता पाए वो कैसी डॉक्टरी, इस दौरान वो डॉक्टर (टर्र-टर्र कहकर) शब्द का मजाक भी बना रहे हैं। इस वीडियो का सही समय और तारीख साफ नहीं हो सकी है, लेकिन स्वामी रामदेव डॉक्टरों पर तंज कसते हुए ये जरूर कहते सुनाई दे रहे हैं कि डॉक्टर बनना है तो स्वामी रामदेव जैसा बनो, जिसके पास कोई डिग्री नहीं है लेकिन वो फिर भी सबका डॉक्टर है।
रामदेव का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वरिष्ठ पत्रकार व फिल्म निर्देशक विनोद कापड़ी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “भारत के स्वास्थ्य मंत्री की चेतावनी के बावजूद ये कारोबारी खुलेआम ना सिर्फ़ 1000 डॉक्टरों की मौत का मज़ाक़ उड़ा रहा है बल्कि Vaccination पर भी क्रूर अट्टहास कर रहा है और कह रहा है कि बिना डिग्री वाला रामदेव ही डॉक्टर है। इस ढोंगी को जेल में होना चाहिए।”
कापड़ी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “लाखों देशवासियों को बचाते हुए जान देने वाले 1000 डॉक्टरों की मौत का मज़ाक़ उड़ा रहा ये ढोंगी मोदी का मुखौटा है, मोदी जैसा संवेदनहीन और मोदी ही इसे बचा रहे हैं। अगर नहीं बचा रहे तो इसे जेल में डाल कर दिखाएं मोदी।”
भारत के स्वास्थ्य मंत्री की चेतावनी के बावजूद ये कारोबारी खुलेआम
ना सिर्फ़ 1000 डॉक्टरों की मौत का मज़ाक़ उड़ा रहा है बल्कि
Vaccination पर भी क्रूर अट्टहास कर रहा है और कह रहा है कि बिना डिग्री वाला रामदेव ही डॉक्टर है।इस ढोंगी को जेल में होना चाहिए। pic.twitter.com/fINi7PU2gi
— Vinod Kapri (@vinodkapri) May 24, 2021
पंखुड़ी पाठक ने अपने ट्वीट में लिखा, “शर्मनाक। हज़ारों डाक्टरों ने कोविड के मरीज़ों का उपचार करते करते अपने प्राणों की आहुति दे दी। एक कारोबारी द्वारा उनके बलिदानों का मज़ाक बनाया जाता है और कोरोना वॉरियर्स के लिए थाली ताली बजवाने वाली सरकार मूक दर्शक बनी बैठी रहती है!”
शर्मनाक ।
हज़ारों डाक्टरों ने कोविड के मरीज़ों का उपचार करते करते अपने प्राणों की आहुति दे दी ।
एक कारोबारी द्वारा उनके बलिदानों का मज़ाक बनाया जाता है और कोरोना वॉरियर्स के लिए थाली ताली बजवाने वाली सरकार मूक दर्शक बनी बैठी रहती है ! https://t.co/zM7fisxrtt— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) May 24, 2021
Hear him say without WhatsApp forward now. Agenda is clear. He is spreading things against Vaccine. @ICMRDELHI @MoHFW_INDIA can we expect an action under Epidemic Disease act? #ArrestQuackRamdev
@DrDatta_AIIMS @DrSubhasree @AnantBhan @netshrink @tiwaryshweta @drabbyphilips pic.twitter.com/mgpirwHk4D
— Dr Shankul Dwivedi (@ShankulDwivedi) May 23, 2021
गौरतलब है कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के हस्तक्षेप के बाद योग गुरू बाबा रामदेव ने एलोपैथिक दवाओं पर अपने उस हालिया बयान को रविवार को वापस ले लिया, जिसका चिकित्सक बिरादरी ने कड़ा विरोध किया था। एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को बेकार और तमाशा बताए जाने पर चिकित्सक संगठनों ने गहरी नाराजगी जाहिर की थी, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने उनसे बयान वापस लेने का आग्रह किया था। स्वास्थ्य मंत्री ने बाबा रामदेव की सफाई को भी स्वीकार नहीं किया था। आखिरकार बाबा रामदेव ने रविवार को स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर बयान वापस लेने की बात कही।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के एक पत्र का जवाब देते हुए रामदेव ने कहा कि वह इस मामले को शांत करना चाहते हैं। उन्होंने अपने निजी ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘‘माननीय श्री हर्षवर्धन जी आपका पत्र प्राप्त हुआ, उसके संदर्भ में चिकित्सा पद्धतियों के संघर्ष के इस पूरे विवाद को खेदपूर्वक विराम देते हुए मैं अपना वक्तव्य वापिस लेता हूं और यह पत्र आपको संप्रेषित कर रहा हूं।’’
माननीय श्री @drharshvardhan जी आपका पत्र प्राप्त हुआ,
उसके संदर्भ में चिकित्सा पद्दतियों के संघर्ष के इस पूरे विवाद को खेदपूर्वक विराम देते हुए मैं अपना वक्तव्य वापिस लेता हूँ और यह पत्र आपको संप्रेषित कर रहा हूं- pic.twitter.com/jEAr59VtEe— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) May 23, 2021