देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की विजिटिंग प्रोफेसर बनाने के प्रस्ताव की ख़बरों पर छात्रों के एक समूह ने कड़ा विरोध जताया है। इस बीच, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रवक्ता ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने नीता अंबानी के बीएचयू में विजिटिंग प्रोफेसर बनने की रिपोर्ट को उनके प्रवक्ता ने फर्जी करार दिया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की कार्यकारी निदेशक और रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अंबानी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में विजिटिंग प्रोफेसर बनने की रिपोर्ट को उनके प्रवक्ता ने फर्जी करार दिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि नीता अंबानी को बीएचयू की ओर से विजिटिंग प्रोफेसर बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा कि, नीता अंबानी को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में विजिटिंग प्रोफेसर बनाई जाने की खबरें फर्जी हैं। नीता अंबानी को विश्वविद्यालय से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
Reports that Nita Ambani (in pic) will be a visiting lecturer at Banaras Hindu University (BHU) are fake. She hasn't received an invitation from BHU: Reliance Industries Limited spokesperson to ANI pic.twitter.com/dd8MUpER8T
— ANI (@ANI) March 17, 2021
गौरतलब है कि, हाल ही में ऐसी खबरें आईं थीं कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय की ओर से नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाने का प्रस्ता भेजा गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने मुंबई विश्वविद्यालय से बीकॉम किया है और उन्हें वर्ष 2014 में रिलायंस इंडस्ट्रीज का कार्यकारी निदेशक बनाया गया। साल 2010 में उन्होंने रिलायंस फाउंडेशन का गठन किया था। माना जा रहा था कि उनकी एक सफल महिला उद्यमी होने की छवि की वजह यह प्रस्ताव दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र की समन्वयक प्रोफेसर निधि शर्मा ने बताया था कि नीता अंबानी को विजिटिंग प्रोफेसर बनाये जाने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘अंबानी एक सशक्त महिला उद्यमी हैं। वह हमारे केंद्र से जुड़ती हैं तो पूर्वांचल की महिलाओं को उनके अनुभव का लाभ मिलेगा।’’
नीता को बीएचयू का विजिटिंग प्रोफेसर बनाए जाने की खबरें आने के बाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया। छात्रों ने कुलपति पर बीएचयू को उद्योगपतियों के इशारे पर चलाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी। धरना दे रहे छात्रों में से एक ने कहा था, ‘‘सिर्फ पूंजीपति की पत्नी होने के नाते नीता अंबानी को बुलाने का क्या मतलब है। जिन्होंने महिला सशक्तिकरण का उदारहण दिया हो उन्हें बुलाया जाए।’’ (इंपुट: भाषा के साथ)